हाथरस के चर्चित गैंगरेप कांड के चारों आरोपियों नार्को टेस्ट कराने के लिए सीबीआई अलीगढ़ जेल से गुजरात के गांधी नगर ले गयी है। वहां चारों आरोपियों का नार्को टेस्ट होगा।
सीबीआई कोर्ट के आदेश के बाद कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच चारों आरोपियों को ट्रेन द्वारा बीती देर रात गांधीनगर ले गयी। चारों आरोपियों को जेल से बाहर निकालकर गांधीनगर ले जाने की प्रक्रिया को पूरी तरह गोपनीय रखा गया। जेल अधीक्षक आलोक सिंह ने बताया कि शनिवार की देर रात चारों आरोपी कड़ी सुरक्षा के बीच गांधीनगर के लिए रवाना हो गए हैं। सीबीआई कोर्ट के आदेश के बाद हाथरस से आई पुलिस फोर्स उनको अपने साथ लेकर गई है। नार्को टेस्ट होने के बाद उनको वापस अलीगढ़ जेल में बंद कर दिया जाएगा।
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इससे पहले गैंगरेप के मामले में घटनास्थल पर सबसे पहले पहुंचने का दावा करने वाला छोटू नाम का युवक नार्को और पॉलीग्राफ टेस्ट के लिए तैयार था। उसका कहना था कि सच सामने लाने के लिए वह टेस्ट के लिए तैयार है, साथ ही पीड़िता के परिजनों का भी टेस्ट होना चाहिए। उधर, छोटू की मां ने टेस्ट पर आपत्ति जताते हुए बेटे को नाबालिग बताया था और उसने अपने बेटे का नार्को टेस्ट कराने से मना कर दिया था।
चंदपा क्षेत्र के गांव बूलगढ़ी में युवती के साथ हुई घटना के खुलासे के लिए सीबीआई लगातार जांच में जुटी है। घटना के वक्त पास के ही खेत में काम कर रहे एक युवक छोटू ने घटना स्थल पर सबसे पहले पहुंचने का दावा किया था। इसका घर पीड़िता के घर से थोड़ी दूरी पर ही है। यही युवक घटना के तुंरत बाद पीड़िता के भाई को बुलाने के लिए उसके घर आया था। सीबीआई छोटू से कई बार पूछताछ कर चुकी है। सीबीआई उससे 20 से अधिक बार पूछताछ कर चुकी है।
सीबीआई के एक अधिकारी के मुताबिक चारों आरोपियों को गुजरात ले जाया जा रहा है। चारों का नार्को टेस्ट कराने के बाद जो तथ्य सामने आयेंगे उस आधार पर जांच को आगे बढ़ाया जाएगा।
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उधर, हाथरस के चंदपा थाना क्षेत्र के बूलगढ़ी गांव में दलित युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म तथा मारपीट के दौरान बर्बरता से हुई मौत के मामले में सीबीआइ अब इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ खंडपीठ में स्टेटस रिपोर्ट दाखिल करने की तैयारी में है।
हाथरस में दीपावली से पहले लगातार 42 दिन तक इस केस के हर पहलू की बारीकी से जांच करने वाली सीबीआइ ने बूलगढ़ी गांव में एक बार सीन रिक्रिएशन भी किया था। पीड़ित पक्ष के साथ ही आरोपितों के घर पर कई बार पड़ताल करने वाली सीबीआइ ने बूलगढ़ी के साथ ही पास के गांवों में भी इस केस के बारे में पड़ताल की। इसके साथ ही पीड़ित परिवार के घर तक पास के क्षेत्र की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सीबीआई की नजर है।
सीबीआई ने इस केस में हाथरस के डीएम तथा एसपी के साथ निलंबित एसपी व सीओ के साथ चंदपा थाना के सभी पुलिसकर्मियों से पूछताछ की है। इसके साथ ही चंदपा के सीएचसी तथा अलीगढ़ मेडिकल कॉलेज के स्टाफ से भी जांच एजेंसी ने इस केस के संबंध में गहन पड़ताल की है।