हमीरपुर। यूपी में हाथरस कांड को लेकर अभी तक विपक्ष निशाना साध रहा था। अब योगी सरकार पर उनकी ही पार्टी के अंदर से निशाना साधा जा रहा है।
बीते दिनों बीजेपी विधायक के राज्यपाल को पत्र लिखे जाने के बाद शुक्रवार को , भारतीय जनता पार्टी की वरिष्ठ नेता उमा भारत के बाद, केंद्रीय राज्य मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति के बयान ने भी योगी सरकार को मुश्किल में डाल दिया है। निरंजन ज्योति ने पीड़िता के शव को परिजन को न देने पर आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा कि वह इसे अच्छा नहीं मानती हैं।
घाना : सड़क दुर्घटना में मारे गए सात युवा फुटबालरों को अंतिम विदाई
केंद्रीय राज्यमंत्री ने कहा कि युवती के शव को परिजन को न सौंपे जाने को मैं अच्छा नहीं मानतीं। शव परिजन को दिया जाना चाहिए था। निरंजन ज्योति के अलावा बीजेपी के सहयोगी दल भी मामले को लेकर असहज हैं। बताया जा रहा है कि केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात करने वाले हैं। ऐसी उम्मीद है कि अठावले दलित युवती के साथ गैंगरेप और उसकी हत्या मामले को लेकर सीएम से बात कर सकते हैं।
यूपी में सियासी बवाल जारी
बता दें कि हाथरस मामले को लेकर यूपी में सियासी बवाल जारी है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी को हिरासत में लिए जाने के बाद शुक्रवार को टीएमसी ने भी हाथरस पहुंचने की कोशिश की। हालांकि, नेताओं को रास्ते में ही रोक लिया गया। उधर, मामले के खिलाफ प्रदर्शन करने वाले एसपी कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने जमकर लाठियां भाजीं। पीड़िता के गांव को पुलिस ने सील कर दिया है। मीडिया और राजनीतिक दलों के नेताओं के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है।
गौरतलब है कि दो दिनों से चल रहे हाईवोल्टेज बवाल के बाद शुक्रवार को सीएम योगी आदित्यनाथ ने मामले पर चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने कहा कि महिलाओं के खिलाफ अपराध करने वाले लोगों को ऐसा दंड दिया जाएगा कि उनका समूल नाश हो जाएगा।