लखनऊ। हाथरस गैंगरेप पीड़िता के रात में हुए अंतिम संस्कार पर सवाल उठ रहा है। इसके बीच यूपी के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने बुधवार को बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि पीड़िता की डेडबॉडी खराब हो रही थी। इसी वजह से परिजनों ने भी रात को ही अंतिम संस्कार कर देने पर सहमति जताई थी। इसी के बाद पुलिस की मौजूदगी में देर रात अंतिम संस्कार कर दिया गया।
कुछ महिलाओं द्वारा आरोप लगाए गए हैं, परन्तु सत्य यही है कि उनकी उपस्थित से और सहमति से (अंतिम संस्कार) कराया गया था। शांति व्यवस्था के लिए वहां पुलिस उपस्थित थी। डेड बॉडी भी खराब हो रही थी, इसलिए घर के लोगों ने सहमति जताई थी कि रात को ही कर देना उचित होगा : एडीजी ( लॉ एंड ऑर्डर ) https://t.co/w6pgcGmyg4
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 30, 2020
जबकि हाथरस गैंगरेप पीड़िता की मौत और देर रात हुए अंतिम संस्कार को विपक्ष ने मुद्दा बना दिया है। प्रदेश की योगी सरकार विपक्षी दलों के निशाने पर है। वहीं रात में हुए अंतिम संस्कार के बाद पुलिस पर भी सवाल उठ रहे हैं। आरोप लग रहा है कि साक्ष्य को मिटाने के लिए पुलिस ने रात में ही जबरन अंतिम संस्कार कर दिया।
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इन्हीं आरोपों का वुधवार को एडीजी प्रशांत कुमार ने जवाब दिया। न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए उन्होंने कहा कि मंगलवार सुबह पीड़िता की मृत्यु हो गई थी। देर रात पोस्टमार्टम के बाद जब शव पहुंचा तो परिवार वालों की सहमति से और उनकी उपस्थिति में अंतिम संस्कार कराया गया था।
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प्रशांत कुमार ने काह कि कुछ महिलाओं द्वारा आरोप लगाए हुए हैं, परंतु सत्य यही है कि उनकी उपस्थिति से और सहमति से ही अंतिम संस्कार कराया गया था। शांति व्यवस्था के लिए वहां पुलिस उपस्थित थी। एडीजी ने कहा कि पीड़िता की डेड बॉडी खराब हो रही थी, इसलिए घर के लोगों ने सहमति जातई थी कि रात को ही अंतिम संस्कार कर देना उचित होगा।