नई दिल्ली। निजी क्षेत्र के एचडीएफसी बैंक (HDFC) ने एक बार फिर अपने ग्राहकों को झटका दिया है। बैंक ने मार्जिन कॉस्ट ऑफ लेंडिंग रेट्स (MCLR) में 0.35 फीसदी का इजाफा किया है।
एचडीएफीस (HDFC) ने एमसीएलआर (MCLR) में यह बढ़ोतरी सभी अवधि के लोन (loan) के लिए किया है, जो 7 जून मंगलवार से प्रभावी हो गया है। रिजर्व बैंक के एमपीसी (MPS) बैठक के नतीजे से पहले ही एचडीएफसी बैंक के फैसले से लोन (Loan) लेने वालों पर ईएमआई (EMI) का बोझ बढ़ जाएगा।
एचडीएफसी बैंक की वेबसाइट के मुताबिक एमसीएलआर में 0.35 फीसदी की इस बढ़ोतरी के बाद एक दिन की अवधि के लोन की दर 7.15 फीसदी से बढ़कर 7.50 फीसदी हो गई है। इसके अलावा एक महीने के लिए लोन दर 7.55 फीसदी और तीन महीने की अवधि के लिए लोन दर बढ़कर 7.60 फीसदी हो गई है। वहीं, छह महीने की अवधि के लोन पर एमसीएलआर दर अब 7.70 फीसदी, जबकि एक साल के लिए यह दर बढ़कर 7.85 फीसदी कर दी गई है।
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उल्लेखनीय है कि मई में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया आरबीआई ने रेपो रेट में 0.40 फीसदी का इजाफा किया था, तब से एचडीएफसी बैंक ने एमसीएलआर में 0.60 फीसदी की बढ़ोतरी कर चुका है। सार्वजनिक क्षेत्र के केनरा बैंक ने भी एमसीएलआर में 0.05 फीसदी का इजाफा किया है, जबकि करुर वैश्य बैंक ने भी मार्जिन कॉस्ट ऑफ लेंडिंग रेट्स को 0.40 फीसदी बढ़ा दिया है। इसके अलावा स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) में फिलहाल एक साल के लिए एमसीएलआर 7.2 फीसदी और पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) में यह दर 7.4 फीसदी है।