• About us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
  • Contact
24 Ghante Latest Hindi News
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
No Result
View All Result

स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी हो सकती है महंगी

Desk by Desk
13/11/2020
in ख़ास खबर, राष्ट्रीय
0
health policy

हेल्थ पॉलिसी

14
SHARES
176
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

नई दिल्ली| स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी का प्रीमियम कंपनियों ने बढ़ाना शुरु कर दिया है। कंपनियों ने यह कदम बीमा नियामक इरडा द्वारा स्वास्थ्य बीमा में मानकीकरण के बाद उठाया है। बीमा नियामक ने कई सेवाओं और बीमारियों को मानक कवर देने को कहा है। ऐसे में कंपनियों ने खर्च में बढ़ोत्तरी का बोझ उपभोक्ताओं पर डालना शुरू कर दिया है। हालांकि, नियामक ने इसके लिए कुछ सीमा तय की हुई है। ऐसे में आप नई स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी ले रहे हैं या रिन्यू करा रहे हैं तो कुछ इसकी शर्तों पर जरूर गौर करें

बीमा नियामक ने कंपनियों को पहले साल प्रीमियम में बढ़ोतरी के लिए एक सीमा तय की है। आईसीआईसीआई लोम्बार्ड जनरल इंश्योरेंस के चीफ अंडरराइटिंग संजय दत्ता ने कहा कि इरडा ने पहले साल पांच फीसदी तक प्रीमियम बढ़ाने की अनुमति दी है। इसके बाद प्रीमियम आय और अन्य शर्तों के आधार पर आकलन होगा।

PM Kisan सम्मान निधि की आने वाली है 7वीं किस्त

उन्होंने कहा कि फिलहाल स्वास्थ्य बीमा ज्यादा महंगा नहीं हो सकता है। साथ ही यह भी कहा कि इरडा के मानकों के आधार पर जिस तरह पॉलिसी में कई बीमारियों और सेवाओॆं को कवर दिया गया है उसके मुकाबले यह बढ़ोतरी मामूली है।

इस तरह की खबरें चल रही हैं कि इरडा के निर्देश के बाद बीमा कंपनियां प्रीमियम दोगुना महंगा कर देंगी। हालांकि, विशेषज्ञों का कहना है कि यह सही नहीं है। उनका कहना है कि कुछ कंपनियां 20 से 30 फीसदी तक ज्यादा प्रीमियम वसूल रही हैं लेकिन वह अलग शर्तों के तहत ऐसा कर रही हैं।

आमतौर पर, बुनियादी स्वास्थ्य बीमा यानी बेसिक पॉलिसियों के लिए चुनी गई बीमा राशि तीन लाख रुपये से पांच लाख रुपये के बीच होती है। इस राशि से परे अगर कोई चिकित्सा खर्च आ जाये तो यह किसी की मेहनत की कमाई पर पानी फेर देता है। जब बुनियादी स्वास्थ्य पॉलिसी से अधिकतम भुगतान की सीमा समाप्त हो जाती है तो टॉप अप या सुपर टॉप अप स्वास्थ्य बीमा योजनाएं एक अतिरिक्त सुरक्षा कवच साबित होती हैं।

Tags: health insuranceinsurance policyबीमा पॉलिसीहेल्थ इंश्योरेंस
Previous Post

PM Kisan सम्मान निधि की आने वाली है 7वीं किस्त

Next Post

पांचवें नंबर के रईस एलन मस्क ने एक दिन में कराए चार कोविड-19 टेस्ट

Desk

Desk

Related Posts

Himalayan States
राष्ट्रीय

उत्तराखण्ड अन्तरिक्ष उपयोग केंद्र के सभागार में एक दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन

21/06/2025
Kanwar Yatra will be monitored with Nabh Netra drone
Main Slider

नभ नेत्र ड्रोन से होगी कांवड़ यात्रा की निगरानी

21/06/2025
Farooq Abdullah
राजनीति

जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा मिले वर्ना… फारूक अब्दुल्ला की केंद्र को चेतावनी

21/06/2025
Panchayat Election
Main Slider

राज्य में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव का ऐलान, दो चक्रों में होगा मतदान

21/06/2025
CM Dhami
राजनीति

मुख्यमंत्री ने राज्य में योग नीति का किया औपचारिक शुभारंभ

21/06/2025
Next Post
Elon Musk

पांचवें नंबर के रईस एलन मस्क ने एक दिन में कराए चार कोविड-19 टेस्ट

यह भी पढ़ें

दिल्ली का होगा अपना शिक्षा बोर्ड

यूपी और उत्तराखंड समेत छह राज्यों में चुनाव लड़ेगी आम आदमी पार्टी

28/01/2021
fraudster arrested

नौकरी का झांसा देकर करोड़ो की ठगी करने वाला इनामी को STF ने किया गिरफ्तार

10/08/2021
GDP

3.75 ट्रिलियन डॉलर की हुई भारतीय GDP, इन बड़े देशों को भी पीछे छोड़ा

12/06/2023
Facebook Twitter Youtube

© 2022 24घंटेऑनलाइन

  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म

© 2022 24घंटेऑनलाइन

Go to mobile version