कोरोना वायरस से जंग लड़ रहे हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज का गुड़गांव के मेदांता अस्पताल के आईसीयू वार्ड में इलाज चल रहा है। स्वास्थ्य मंत्री के सेहत को लेकर मेदांता अस्पताल की ओर से ताजा मेडिकल बुलेटिन जारी किया गया है। डॉक्टरों के मुताबिक गृह और स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज का क्तचाप, यकृत और गुर्दे के कार्य सामान्य रूप से चल रहे है। वे क्लीनिकली स्टेबल कंडीशन में है।
बता दें कि कोरोना से पीड़ित अनिल विज की तबीयत ज्यादा बिगड़ गई थी। इस वजह से उन्हें पीजीआई रोहतक से गुरुग्राम के मेदांता हॉस्पिटल शिफ्ट किया गया है।
In today’s medical bulletin, Medical Superintendent of Medanta-The Medicity said Haryana Home & Health Minister, Anil Vij is admitted in ICU. His blood pressure, liver & kidney functions are normal. His clinical condition is stable: Directorate of Info & Public Relations, Haryana
— ANI (@ANI) December 18, 2020
बता दें कि 20 नवंबर को ही अनिल विज ने कोरोना वैक्सीन ‘कोवाक्सीन’ के तीसरे चरण का पहला टीका लगवाया था। उन्हें अंबाला कैंट के नागरिक अस्पताल में यह टीका लगाया गया था। पीजीआई रोहतक की टीम की निगरानी में ही मंत्री विज को टीका लगाया था।
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इसके बाद 5 दिसंबर को उन्होंने ट्वीट कर कहा था कि वे वैक्सीन लेने के बाद भी कोरोना पॉजिटिव हो गए। विज को भारत बायोटेक और ICMR की ओर से विकसित की जा रही ‘कोवाक्सीन’ की डोज दी गई थी।
अनिल विज ने कहा था कि डॉक्टरों ने उन्हें पहले ही बता दिया था कि कोरोना की वैक्सीन दूसरा डोज लेने के लगभग 14 दिन बाद से काम करना शुरू करती है। जबकि वैक्सीन की दूसरी डोज पहली डोज के 28 दिन बाद लगाई जाती है, जिसके 14 दिन बाद ही शरीर में एंटीबॉडीज डेवलप होते हैं और तभी कोरोना से सुरक्षा मिल पाती है। साफ है कि इस पूरी प्रक्रिया में 42 से 45 दिन का वक्त लगता है।