कानपुर। 10 साल के मासूम बच्चे से रूह कंपा देने वाली दरिंदगी (cruelty) और हत्या (murder) के बाद अब उसके परिजनों ने प्रशासन और सरकार से न्याय की गुहार लगाई है। नग्न शरीर पर सिगरेट से जलाने के निशान और कील गाड़कर निकाली गई आंखे देखकर जांच करने पहुंचे पुलिसकर्मी भी सहम गए थे।
अंदेशा जताया जा रहा है कि बच्चे के साथ निर्भया जैसी वारदात को ही अंजाम दिया गया है। डॉक्टरों की एक टीम ने वीडियोग्राफी के साथ शव का पोस्टमार्टम किया जिसके बाद कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। बच्चे के साथ दरिंदगी (cruelty) की पुष्टि हुई है और उसके आंखों में कील भी मिली है।
इतना ही नहीं पोस्टमार्टम से पता चला है कि बच्चे के शरीर पर चोट के 6 निशान हैं और किसी भारी वस्तु से मारकर बच्चे की हत्या की गई है। अब इस मामले में मृतक मासूम के भाई ने हाथ जोड़कर प्रशासन से न्याय की मांग की और पुलिस पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं।
दो मासूमों की निर्मम हत्या के बाद निकाली आंख, काटे कान
मृतक मासूम के भाई के मुताबिक उसे पुलिस ने यह कहकर वापस भेज दिया था कि जाओ ढूंढो, हम कल आएंगे। मासूम बच्चे के परिजन उसकी हत्या के पीछे सीधे-सीधे कुकर्म को कारण बता रहे हैं जिसकी डॉक्टरों ने भी पुष्टि की है।
बच्चे के चाचा का आरोप है कि बच्चा साईकिल के टायर से खेल रहा था और उसी दौरान रास्ते से गायब हो गया। उसके बाद उसकी बॉडी खेत में मिली। मृतक बच्चे के चाचा ने दावा किया कि हत्यारों ने ना सिर्फ शराब पीकर उसके साथ कुकर्म किया बल्कि उसके नाजुक अंग में डंडा भी डाल दिया और उसकी आंखों में कील ठोक दी।
हैवान पिता ने दो महीने के बच्चे को पटककर मार डाला
बता दें कि बच्चे के शव के पास से दो गिलास और दारू की बोतल भी मिली है। शक है कि हत्यारे दो की संख्या में रहे होंगे और उन्होंने दारू पीने के बाद तड़पाते हुए बच्चे की हत्या की। बच्चे के चेहरे पर सिगरेट से दागे जाने जैसे निशान मिले हैं। हत्या के बाद बच्चे को जमीन पर घसीटने के भी निशान हैं। बच्चे की बॉडी का पिछला हिस्सा काला पड़ा हुआ है।
कानपुर आउटर के एसपी अजीत कुमार सिन्हा ने खुद इस मामले को लेकर कहा है कि बच्चे के साथ जिस तरह की दरिंदगी की गई है, उससे हत्यारों के बच्चों को लेकर नफरत दिखती है, यह नफरत क्यों थी? यह हत्यारों को पकड़ने के बाद ही पता चलेगा। एसपी अजीत कुमार सिन्हा ने कहा कि मेरा भी दिल बच्चे के साथ हुई बेरहमी से कांप उठा है।