अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ ऐलान के बाद दुनियाभर के शेयर बाजार (Share Market) में तूफान आ गया है। वहीं, सप्ताह के पहले कारोबारी दिन भारतीय शेयर बाजारों में भी भारी गिरावट देखी गई। सेंसेक्स 3000 से अधिक अंक टूटा और निफ्टी भी 900 अंक से अधिक गिरा है। ये सप्ताह काफी महत्वपूर्ण है क्योंकि इस सप्ताह के मध्य में आरबीआई की द्विमासिक मौद्रिक नीति की घोषणा होगी, जिसके बाद आईटी प्रमुख टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) द्वारा आधिकारिक चौथी तिमाही की आय की घोषणा की जाएगी।
खुलते ही सेंसेक्स-निफ्टी क्रैश
शेयर मार्केट (Share Market) में कारोबार शुरू होने पर BSE Sensex अपने पिछले बंद 75,364.69 की तुलना में बुरी तरह फिसलकर 71,449 के लेवल पर खुला, तो वहीं NSE Nifty ने अपने पिछले बंद 22,904 की तुलना में गिरकर 21758 पर कारोबार की शुरुआत की। इसके बाद दोनों इंडेक्स कुछ ही देर में और फिसलते चले गए निफ्टी जहां 1000 अंक टूटकर 21,743 पर आ गया, तो सेंसेक्स 71,425 के स्तर पर ट्रेड करता नजर आया।
निवेशकों को 19 लाख करोड़ से ज्यादा का नुकसान
शेयर बाजार (Share Market) में बड़ी गिरावट देखने को मिल रही है। जिसकी वजह से शेयर बाजार निवेशकों को बड़ा नुकसान हो गया है। आंकड़ों को देखें तो निवेशकों को 5 मिनट में 19 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का नुकसान उठाना पड़ा। शुक्रवार को जब बाजार बंद हुआ था तो बीएसई का मार्केट कैप 4,03,34,886.46 करोड़ रुपए था, जो सोमवार को 9 बजकर 20 मिनट पर 3,83,95,173.56 करोड़ रुपए रह गया।
इसका मतलब है कि निवेशकों को 5 मिनट में भीतर 19,39,712.9 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ। कारोबारी सत्र के दौरान इस नुकसान में इजाफा देखने को मिल सकता है।
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दरअसल, अमेरिकी टैरिफ का असर भारतीय बाजार ही नहीं बल्कि दुनियाभर के शेयर बाजारों पर दिखा है। हर जगह भारी गिरावट देखने को मिली है। ऑस्ट्रेलिया, जापान, ताइवान के बाजार में भी भारी गिरावट देखने को मिली है।