Site icon 24 GhanteOnline | News in Hindi | Latest हिंदी न्यूज़

चेन्नई में भारी बारिश का अलर्ट, इतने जिलों में बंद रहेंगे स्कूल

मौसम विभाग ने की तरफ से कई जिलों में तेजी बारिश की चेतावनी जारी की है। भारी बारिश के बाद सरकार ने चेन्नई  समेत अन्य तीन जिलों में दो दिनों तक स्कूल बंद रखने का निर्णय लिया है। चेन्नई और इससे सटे कांचीपुरम, तिरुवल्लूर, चेंगलपट्टू में भारी बारिश हुई है। चेन्नई में शनिवार रातभर हुई बारिश से जन जीवन पूरी तरह से अस्त व्यस्त हो गया है। सीएम एमके स्टालिन ने राहत बचाव कार्य तेज करने के निर्देश दिए हैं।

चेन्नई में बारिश ने कैसी आफत बरसाई है उसका अंदाजा इस बात से लगा सकते हैं शनिवार को हुई बारिश ने 15 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया। लगातार बारिश की वजह से शहर के निचले इलाकों के घरों में पानी घुस गया। मौसम विभाग द्वारा तेज बारिश की चेतावनी के बाद चेन्‍नई, तिरुवल्‍लूर, चेंगलपट्टू और कांचीपुरम जिलों में प्रशासन ने स्‍कूलों और कॉलेजों को पूरी तरह से बंद रखने के आदेश जारी कर दिया है।

सीएम स्टालिन ने दीपावली पर्व मनाने के लिए चेन्नई से बाहर गए लोगों को फिलहाल भारी बारिश की वजह से चेन्नई की यात्रा को कुछ दिनों के लिए स्थगित करने की अपील की है। मौसम विभाग ने दक्षिण आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु तट पर 40-50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने की संभावना जताई है। तेज हवा के कारण सोमवार को भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है।

चेन्नई में सबसे अधिक 134।29 मिमी बारिश दर्ज की गई। ग्रेटर चेन्नई कॉरपोरेशन ने शहर में 160 राहत शिविर स्थापित किए हैं और बारिश राहत कार्यों की निगरानी के लिए वरिष्ठ अधिकारियों को लगाया गया है।

राहत और बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ की चार टीमों को मदुरै, चेंगलपेट, तिरुवल्लूर भेजा गया है, जबकि एसडीआरएफ की टीमों को तंजावुर और कुड्डालोर जिलों में भेजा गया है।

भारी बारिश के साथ कई जिलों में बाढ़ की संभावना भी जारी की गई है। राज्य के जल संसाधन अधिकारियों ने कांचीपुरम और तिरुवल्लूर में बाढ़ की चेतावनी जारी की और जिला कलेक्टरों को निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों में पहुंचाने के लिए कहा गया है।

सीएम स्टालिन ने कहा कि राज्य में 1 अक्टूबर से 7 नवंबर के बीच 334।64 मिमी बारिश हुई, जो सीजन के दौरान हुई सामान्य बारिश से 44 फीसदी ज्यादा है। उन्होंने कहा कि कोयंबटूर, तिरुनेलवेली, तिरुवरुर, विल्लुपुरम, इरोड, करूर, कुड्डालोर, पुदुकोट्टई, पेरम्बलुर जैसे जिलों में सामान्य से 60 प्रतिशत से अधिक बारिश हुई है और जिलों में 5,106 राहत शिविर स्थापित किए गए हैं।

Exit mobile version