चक्रवाती तूफान यास की वजह से रांची समेत कई जिलों में भारी बारिश हुई। हालांकि पश्चिमी सिंहभूम के कई क्षेत्रों में गुरुवार को कुछ देर के लिए बारिश थमी भी। बुधवार को 24 घंटे की बारिश में चाईबासा के सोनुआ-गुदड़ी मेन रोड में निर्माणाधीन पुलिया के पास डायवर्शन बह गया। सरायकेला के खरकाई और संजय नदी व चाईबासा के रोरो और कारो नदी में बाढ़ आ गई। इसके बाद नदी के किनारे बसी सभी बस्तियों के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेज दिया गया। सिमडेगा के बानो में विशालकाय जामुन का पेड़ बीच सड़क पर गिर गया। इससे रोड जाम हो गया। खूंटी में भी बिजली के तारों पर पेड़ गिर गया। कई जगहो पर भारी बारिश से काफी नुकसान हुआ है।
वहीं, दुमका-रामपुरहाट रोड NH-114 A कुणाल गैरेज के पास बिजली पोल को क्षतिग्रस्त करते हुए आम का पेड़ गिर गया। इससे आवाजाही बाधित हो गई। सेखरकाई का तितिरविला पुल डूबने से राजनगर प्रखंड का आवागमन पूरी तरह से ठप हो गया है। सरायकेला की खरकाई नदी उफान पर है। पानी खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है। सेखरकाई का तितिरविला पुल डूबने से राजनगर प्रखंड का आवागमन पूरी तरह से ठप हो गया है।
पुल के ऊपर पानी बह रहा है। वहीं, बगल में नया पुल बनाया जा रहा है परंतु निर्माण अधूरा है। इधर, संजय नदी के खापर साई पुल डुबने आवागमन पूरी तरह से बंद है। वहीं, जामताड़ा के पबिया लगातार बारिश की वजह से सड़कों पर सन्नाटा छाया हुआ है। गोविंदपुर-साहेबगंज नेशनल हाईवे का यह दृश्य है। पबिया बाजार में दुकानदार दुकान खोलकर बैठे हैं, पर ग्राहर नदारद हैं। बाजार में बिल्कुल सन्नाटा छाया हुआ है। सिमडेगा के बानो में भारी बारिश और तेज हवा की वजह से जामुन का विशाल पेड़ मेन रोड पर गिर गया।
सुप्रीम कोर्ट ने पीड़िता से पूछा सवाल- आखिर रात आठ बजे होटल के कमरे में गईं क्यों?
चाईबासा में भारी बारिश से सोनुआ-गुदड़ी मेन रोड में पोड़ाहाट गांव के पास निर्माणाधीन पुलिया का डायवर्शन बह गया। इससे सोनुआ प्रखंड के दर्जनों गांवों का सोनुआ मुख्यालय से संपर्क कट गया है। इसके अलावा गुदड़ी प्रखंड के लोढाई और आसपास के दर्जनों गांवों का संपर्क भी सोनुआ से कट गया है। यह मुख्य सड़क सोनुआ से पोड़ाहाट पनसुआं होते हुए लोढाई और गुदड़ी तक जाती है। अब इस मुख्य सड़क में डायवर्शन बह जाने से लोगों को सोनुआ आने में समस्या हो रही है।
इधर, सिमडेगा के बानो मनोहरपुर मुख्य पथ पर बांकी मिशन स्कूल के पुल से आगे भारी बारिश और तेज हवा की वजह से जामुन का विशाल पेड़ मेन रोड पर गिर गया। इससे रोड जाम हो गया। चाईबासा-चक्रधरपुर मुख्य मार्ग स्थित संकोसाई बरसाती नाले ने आसपास के क्षेत्रों के खेतों पर पानी बढ़ने से दरिया का रूप धारण कर लिया है।
वहीं, चाईबासा के रोरो नदी में बाढ़ आ गई। नदी किनारे बसी गरीब कॉलोनी के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है। रोरो नदी किनारे बसी सभी बस्तियों के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने में प्रशासन मदद पहुंचा रही है। चाईबासा के गुवा में मंगलवार से हो रही लगातार मूसलधार बारिश से कारो नदी का जलस्तर काफी बढ़ गया है। इससे कारो नदी काफी उफान पर है। लोगों के घरों में पानी भर गया। इससे घरों में रखा सामान बर्बाद हो गया। कई लोगों ने मिट्टी के कच्चे घरों से निकल स्कूलों में शरण ली है। वहीं इस तूफान के कारण विद्युत आपूर्ति पूरी तरह से बाधित है। साथ ही पानी टंकी के जलमग्न हो जाने के कारण पानी की सप्लाई दो दिनों से बंद है।