कोरोना संक्रमितों का नियमित तौर पर हाल चाल लेने वालों में शनिवार को जिलाधिकारी भी शामिल थे। नगरीय सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र निरीक्षण को पहुंचे डीएम अभिषेक प्रकाश ने अधीक्षक से मरीजों का चार्ट लिया।
इसके बाद कॉल करनी शुरू की। एक मरीज तो हैरान रह गया, हैलो….नमस्ते मैं लखनऊ का जिलाधिकारी बोल रहा हूं…। दूसरी तरफ संक्रमित मरीज को यकीन नहीं हुआ, पूछा जी फिर से बोलिए। डीएम ने अपना वाक्य दोहराया। फिर पूछा दवाएं मिली या नहीं। मरीज ने बताया कि समय पर मिल गई हैं। इसके बाद डीएम ने कहा कि दिन में तीन बार भाप जरूर लीजिएगा।
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जिलाधिकारी कंटेनमेंट जोन में कुछ मरीजों के घर भी गए और बाहर से ही उनसे संवाद किया। सरकार की ओर से दी जा रही सुविधाओं का सत्यापन किया। अधिसंख्य रोगियों या उनके परिवारीजनों ने बताया कि पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद रैपिड रेस्पॉन्स टीम ने मेडिकल किट दे दी थी। घर के बाकी सदस्यों का भी टेस्ट हुआ। डीएम ने वैक्सिनेशन सेंटर और टेस्टिंग सेंटर का निरीक्षाण भी किया।
उन्होंने निर्देश दिया कि जिनको वैक्सीन अभीा तक नहीं लगी है उनका उत्साहवर्धन किया जाए। डीएम ने निर्देश दिया कि जो आरआरटी टीमें घर घर जा कर सर्वेक्षण कर रही हैं उनका ब्योरा समय पर पोर्टल में दर्ज किया जाए।
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मरीजों से लगातार सम्पर्क रखा जाए ताकि किसी की तबियत बिगड़े तो तुरंत उसको अस्पताल में भर्ती कराया जा सके। डीएम ने इन्दिरा नगर समेत कुछ अन्य सीएचसी का भी निरीक्षण किया और क्षेत्र में घूमकर संक्रमितों से उनकी तबियत का हाल लिया।