लेबनान में पेजर अटैक के बाद हिज्बुल्लाह (Hezbollah) बदला लेगा इसकी आशंका तो पहले ही जताई जा रही थी। मगर बेहद विध्वंसक अंदाज में हिज्बुल्लाह इजराइल पर पलटवार करेगा इसका अंदाजा तो किसी को भी नहीं था। बीती रात हिज्बुल्लाह ने महज 4 घंटे के भीतर 200 से ज्यादा रॉकेट दागे। उत्तरी इजरायल के हाइफा शहर और वहां मौजूद एयरबेस को तहस-नहस कर दिया। गौर करने वाली बात ये है कि इजरायल में विनाश की भयावह आंधी लाने के लिए हिज्ब ने ऑपरेशन फादी को एक्टिवेट कर दिया है।
इजराइल पर हमले के लिए हिज्बुल्लाह (Hezbollah) के लड़ाकों ने फादी-1 और फादी-2 रॉकेट का इस्तेमाल किया। 220 एमएम की कैनन से दागे जाने वाले फादी-1 रॉकेट की मारक क्षमता करीब 80 किलोमीटर तक है। वहीं 302 एमएम की कैनन से दागे जाने वाले फादी-2 रॉकेट की रेंज करीब 105 किलोमीटर तक है। इजराइल को दहलाने के लिए हिज्बुल्लाह ने ना सिर्फ फादी-1 और फादी-2 रॉकेट बल्कि इसके साथ-साथ कत्यूषा और बुर्कान रॉकेट का भी इस्तेमाल किया।
हिज्बुल्लाह (Hezbollah) के नॉन स्टॉप हमले के चलते बीती रात पूरे उत्तरी इजराइल में एयर अलर्ट सायरन बजता रहा। हमले इतने जबरदस्त थे कि इजराइली वायुसेना को फौरन अलर्ट मोड पर आना पड़ा। हिज्बुल्लाह के रॉकेट जलजले में अगर किसी शहर को नुकसान पहुंचा तो वो उत्तरी इजरायल की पोर्ट सिटी हाइफा थी। जहां मौजूद सबसे बड़े एयरबेस पर भी बड़ा हमला हुआ। भारी बमबारी हुई और इस बारूदी कोहराम के लिए हिज्ब ने खास ब्रह्मास्त्रों का इस्तेमाल किया।
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भले ही 8 महीनों में इजराइल ने गाजा को तहस-नहस कर दिया हो, लेकिन गाजा की तरह लेबनान की जंग नेतन्याहू के लिए आसान नहीं है। क्योंकि अगर IDF ने लेबनान पर हमले की कोशिश की, अगर लेबनान को तबाह करने के लिए बारूद बरसाए तो इस जंग में ईरान और उसके साथ-साथ तमाम प्रॉक्सी संगठन सीधे उतर जाएंगे। वो भी विनाशक हथियारों के साथ।