मध्य प्रदेश के जबलपुर में एनएच-30 पर रविवार 23 मई को तड़के चार बजे भीषण एक्सीडेंट में ट्राला ड्राइवर की मौके पर मौत हो गई। हादसा बीच सड़क खराब हुए हाईवा के चलते हुआ। ट्राला में सवार क्लीनर भी था, लेकिन वह बाल-बाल बच गया। सिहोरा पुलिस ने शव को पीएम के लिए भिजवाते हुए दोनों वाहनों को रोड से अलग कराकर आवागमन चालू कराया।
एक्सीडेंट सिहोरा क्षेत्र के उड़ना मोड़ और ठाकुर ढाबे के बीच हुआ। ट्राला आरजे 14 जीडी 8796 में चेन्नई से बाइक लोड कर ड्राइवर योगेश कुमार यादव (41) पिता प्यारेलाल यादव निवासी यशवंत नगर कुरसेनी जिला इटावा यूपी बनारस के लिए निकला था। साथ में क्लीनर विक्रम जाटव (39) पिता मिश्री लाल जाटव निवासी गोटपुर मैनपुरी यूपी भी था।
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सिहोरा टीआई गिरीश धुर्वे के मुताबिक उडना मोड व ठाकुर ढाबे के बीच में पहले से हाईवा एमपी 20 एचबी 0464 खराब हो गया था। ड्राइवर बिना इंडीकेटर या कोई और संकेतक किए बिना ही वाहन को छोड़ गया था। रविवार तड़के चार बजे के लगभग जबलपुर से कटनी की ओर जा रहा ट्राला सामने से हाइवा से टकरा गया। ट्राला का आगे का हिस्सा बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। ड्राइवर योगेश कुमार यादव (41) की मौके पर ही मौत हो गई।
इस भीषण हादसे में विक्रम जाटव बाल-बाल बच गया। विक्रम के मुताबिक उसे हल्की नींद आ रही थी। तभी जोर की आवाज आई। ड्राइवर योगेश के खून के छींटे उसके ऊपर आ गए। एक चीख के साथ वह शांत हो गया था। हादसे के बाद वह कुछ देर तक सन्न रह गया। इसके बाद पुलिस को खबर दी। मुझे तो खराेंच तक नहीं आई, लेकिन गाड़ी की हालत देखने के बाद यह चमत्कार ही लग रहा था।