शाहजहांपुर। जनपद के गर्रा मोक्षधाम परिसर में हिस्ट्रीशीटर अखिलेश गुप्ता (42) की शनिवार रात करीब दस बजे बदमाशों ने गोली मारकर हत्या (Shot) कर दी। हमलावर ने उसके सीने और कनपटी पर गोली मारी। गोली चलने की आवाज सुनकर पहुंचे भाई टेनी और चौकीदार को उसका शव खून से लथपथ मिला। एसपी और एसपी सिटी ने मौका-मुआयना किया।
खन्नौत नदी के नजदीक मोक्षधाम में चौक कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला बाला तिराही निवासी हिस्ट्रीशीटर अखिलेश गुप्ता लकड़ी का ठेकेदार था। शनिवार रात को वह करीब दस बजे वह अपने घर से खाना खाकर आया था। परिसर में पड़े तख्त के पास कुर्सी पर बैठ गया। इस बीच हमलावर ने अखिलेश की गोली मारकर हत्या कर दी। हमलावरों ने दो गोलियां (Shot) मारी। गोलियां लगते ही वह खून से लथपथ होकर गिर पड़ा। फायर की आवाज सुनकर मोक्षधाम के अंदर से टेनी भागकर आया तो उसे भाई का शव पड़ा मिला। तुरंत ही पुलिस को सूचना दी गई।
पुलिस ने अखिलेश को राजकीय मेडिकल कॉलेज भिजवाया। जहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। घटना के बाद एसपी अशोक कुमार मीणा, एसपी सिटी सुधीर जायसवाल आदि ने मौका-मुआयना किया। मृतक अखिलेश के परिवार में एक बेटा-एक बेटी है। मां कमला देवी बेटे का शव देखकर बिलख पड़ी।
हत्या के आरोप में तीन को जेल
एसपी अशोक कुमार मीणा ने बताया कि फॉरेंसिक टीम ने नमूने लिए हैं। मामले की तहरीर आने पर मुकदमा दर्ज कर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी। घटना के खुलासे के लिए टीम लगाई गई हैं।
लकड़ी के ठेकेदार अखिलेश गुप्ता का विवादों से नाता रहा। उसके ऊपर कई मुकदमे भी दर्ज थे। चौक कोतवाली में उसकी हिस्ट्रीशीट भी खुली थी। वर्षों पहले वाजिदखेल में अग्निकांड के बाद सांप्रदायिक सौहार्द पर आंच आने पर अखिलेश गुप्ता का नाम आया था। मादक पदार्थ की बिक्री में उसका नाम चर्चा में रहा था।
लाल रंग की कार पर संदेह
हत्या के बाद आसपास देखी गई लाल रंग की कार चर्चा का विषय बन गई। पुलिस की जानकारी आने पर कार की तलाश की गई। पुलिस ने कार को तलाश कर लिया। बताते हैं कि हत्या के दौरान कार सड़क पर आड़ी तिरछी खड़ी थी। पुलिस ने कार सवार कई लोगों को हिरासत में लिया है।