फाल्गुन मास की पूर्णिमा को रात में होलिका दहन (Holika Dahan) किया जाता हैं और अगले दिन धुलंडी पर रंगों से होली खेली जाती हैं। इससे पहले होलाष्टक (holashtak) प्रारंभ होता हैं जो कि शुरू हो चुका हैं। पौराणिक मान्यता के अनुसार इन 8 दिनों में नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव अधिक होता है जिसे समाप्त करने के लिए ही होलिका का निर्माण किया जाता है। इन 8 दिनों में सभी प्रकार के मांगलिक कार्यों को करना वर्जित माना गया हैं। ऐसे में आज इस कड़ी में हम आपको होलाष्टक (holashtak) और होली में किए जाने वाले कुछ ऐसे काम बताने जा रहे हैं जो किस्मत से जुड़ा हर दुर्भाग्य दूर करने में मददगार साबित होंगे और आपको हर काम में सफलता दिलाएंगे। तो आइये जानते हैं इन उपायों के बारे में…
होलाष्टक (holashtak) में करें ये काम
– इस अवधि में मनुष्य को अधिक से अधिक भगवत भजन, जप, तप, स्वाध्याय व वैदिक अनुष्ठान करना चाहिए। ताकि समस्त कष्ट, विघ्न व संतापों का क्षय हो सके।
– लड्डू गोपाल का पूजन कर संतान गोपाल मंत्र का जाप या गोपाल सहस्त्र नाम पाठ करवा कर अंत में शुद्ध घी व मिश्री से हवन करें तो शीघ्र संतान प्राप्ति होती है।
– लक्ष्मी प्राप्ति व ऋण मुक्ति हेतु श्रीसूक्त व मंगल ऋण मोचन स्त्रोत का पाठ करवाएं।
– कमल गट्टे,साबूदाने की खीर से हवन करें।
– यदि शरीर में कोई असाध्य रोग हो जिसका उपचार के बाद भी लाभ नहीं हो रहा हो तो रोगी भगवान शिव का पूजन करें। योग्य वैदिक ब्राह्मण द्वारा महामृत्युंजय मंत्र का अनुष्ठान प्रारम्भ करवाएं,बाद में गूगल से हवन करें।
– विजय प्राप्ति हेतु-आदित्यहृदय स्त्रोत,सुंदरकांड का पाठ या बगलामुखी मंत्र का जाप करें।
– अपार धन-संपदा के लिए गुड़,कनेर के पुष्प, हल्दी की गांठ व पीली सरसों से हवन करें।
– परिवार की समृद्धि हेतु-रामरक्षास्तोत्र ,हनुमान चालीसा व विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें।
– करियर में चमकदार सफलता के लिए जौ, तिल व शकर से हवन करें।
– कन्या के विवाह हेतु-कात्यायनी मंत्रों का इन दिनों जाप करें।
– सौभाग्य की प्राप्ति के लिए चावल,घी, केसर से हवन करें।
– बच्चों का पढाई में मन नहीं लग रहा है तो गणपति अथर्वशीर्ष का पाठ करें। मोदक व दूर्वा से हवन करें।
– नवग्रह की कृपा प्राप्ति हेतु भगवान शिव का पंचामृत अभिषेक करें।
होली के उपाय
– स्वास्थ्य लाभ के लिए जौ के आटे में काले तिल और सरसों का तेल मिलाकर मोटी रोटी बनाएं और उसे रोगी के ऊपर से सात बार उतारकर भैंस को खिला दें। यह करते हुए ईश्वर से प्रार्थना करें की रोगी जल्दी स्वस्थ हो जाए।
– यदि कोई व्यक्ति विवाह योग्य है और कुंडली में दोष के कारण उसका विवाह नहीं हो पा रहा है तो होली वाले दिन शिव मंदिर जाएं आर अपने साथ पान का 1 साबूत पत्ता 1 साबूत सुपारी और हल्दी की गांठ लेकर जाएं। पान के पत्ते पर सुपारी और हल्दी की गांठ रखकर शिवलिंग पर अर्पित करें। इसके बाद अपने घर लौट आएं। इस बात का खास ख्याल रखे की घर लौटते वक्त पीछे मूडकर नहीं देखना है। यही उपाय अगले दिन फिर करें और शुभ मुहूर्त देखकर ये उपाय करते रहें। इससे शिवजी की कृपा प्राप्ति होती है और विवाह में आ रही बाधाएं दूर होती हैं।
– यदि आप सभी कार्यों में सफलता और पारिवारिक सुख की कामना के साथ होली की रात हनुमानजी की विशेष पूजा करनी चाहिए। पूजा के लिए होली की रात स्नान करके पवित्र हो जाएं। यदि आप मंदिर जा सकें तो किसी हनुमान मंदिर जाएं या फिर अपने घर में ही हनुमानजी के सामने बैठकर पूजा करें। पूजा के लिए हनुमानजी को सिंदूर और चमेली का तेल अर्पित करें। हनुमानजी को चोला चढ़ाएं। प्रसाद के रूप में यदि आप गुड़ और चना चढ़ाए तो लाभकारी रहेगा। पूजा करने के बाद बाकी लोगों में प्रसाद बांट दें।