होली (Holi) सबसे बड़ा पर्व माना जाता है। धूमधाम से मनाए जाने वाले इस त्योहार में भाईचारे की मिशाल देखने को मिलती है। हिंदू पंचांग के अनुसार हर साल फाल्गुन मास की पूर्णिमा तिथि को होली मनाई जाती है। होली रंगों का त्योहार है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, होली होलिका दहन (Holika Dahan) से प्रहलाद और हिरण्यकश्यप की कथा जुड़ी हुई है।
इस वर्ष फाल्गुन पूर्णिमा 24 मार्च की सुबह 9 बजकर 54 मिनट से शुरू होगी और इस तिथि का समापन अगले दिन यानी 25 मार्च की दोपहर 12 बजकर 29 मिनट पर हो जाएगा। पंचांग के अनुसार, फाल्गुन पूर्णिमा के दिन होलिका दहन (Holika Dahan) किया जाता है और अगले दिन होली मनाते हैं।
जीवन के रंगों के प्रतीक हैं होली के रंग। उत्साह , उल्लास और प्रेम में सराबोर यह त्योहार जीवन की मस्ती को दर्शाता है। सामाजिक उत्सव के रूप में मनाया जाने वाला होली का त्योहार समाज के अंग ,अंग में रच बस जाता है।
इस उत्सव में मेल मिलाप ,भाईचारे, शांति और समृद्धि से भारतीय पाक कला का अनूठा उदाहरण देखने को मिलता है। होली के दिन लोग एक-दूसरे को रंग लगाकर आपसी मनमुटाव दूर करते हैं और रिश्ते को मजबूत करने का प्रयास करते हैं।