लखनऊ। डॉयल-112 पीआरवी में तैनात महिला आरक्षी 25 उर्मिला वर्मा ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। रविवार की देर रात उसका शव मोहनलालगंज इलाके मऊ गांव में किराये के मकान में दुपट्टे के फंदे से लटकता मिला है। डीसीपी(दक्षिण) रवि कुमार, यूपी-112 लखनऊ की प्रभारी निरीक्षक शिवा शुक्ला ने मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल की। पुलिस को घटना स्थल से मृतका को मोबाइल फोन बरामद नहीं हुआ है और न ही कोई सोसाइट नोट। संदेह के घेरे में आये एक होमगार्ड को पुलिस ने पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है।
थाना प्रभारी मोहनलागंज ने बताया कि मूल रूप से नागपाली तारून अयोध्या निवासिनी उर्मिला वर्मा ने रविवार रात्रि ग्राम राती निगोहा निवासी अपने मित्र होमगार्ड जितेन्द्र कुमार शर्मा को मोबाइल वाट्सएप पर मैसेज कर आत्महत्या करने की बात कही थी। जितेन्द्र ड्यूटी छोड़कर आनन-फानन में उर्मिला से मिलने उसके घर पहुंच गया। जितेन्द्र ने उर्मिला के कमरे का दरवाजा कई बार खटखटाया और बाहर से उसे कई बार पुकारा, लेकिन कमरे से किसी प्रकार की आहट नहीं आ रही थी। इस पर वह पड़ोसी कमरे में रहने वाली महिला दारोगा कीर्ति सिहं को आवाज देकर बुलाया।
जितेन्द्र ने कीर्र्ती को बताया कि उर्मिला कमरे का दरवाजा नहीं खोल रही है। इस पर महिला दारोगा ने रूम के पीछे लगी खिड़की से झांक कर देखा तो उसके पैरों तले जमीन खिसक गई। उर्मिला का शव दुपट्टे के फंदे से लटक रहा था। महिला दारोगा कीर्ति सिहं ने तत्काल कॉल कर पुलिस को महिला आरक्षी के आत्महत्या किये जाने की सूचना दी। सूचना पाकर मौके मोहनलालगंज इंस्पेक्टर दीनानाथ मिश्रा पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। मामला विभागीय था, उन्होंने महिला आरक्षी द्वारा आत्महत्या किए जाने की जानकारी विभाग के उच्चाधिकारियों सहित महिला आरक्षी के परिजनों को दी।
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वही छानबीन के दौरान कमरे में मृतक का मोबाइल बरामद नहीं हुआ है। मौके पर मौजूद होमगार्ड जीतेन्द्र ने बताया कि उर्मिला ने वाट्सएप मैसेंजर पर मोबाइल फोन घर के सामने प्लाट की झाडिय़ों में फेके जाने की बात लिखी थी। पुलिस ने मृतका का मोबाइल काफी खोजबीन के बाद प्लाट की झाडिय़ों से बरामद किया।
पुलिस ने सदेंह के घेरे में आये होमगार्ड को हिरासत में लेकर पुछताछ की। सूचना के बाद डीसीपी(दक्षिणी)रवि कुमार,यूपी-112 लखनऊ की प्रभारी निरीक्षक शिवा शुक्ला ने मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल की। वही देर रात अयोध्या से मृतका आरक्षी के परिजनों के आने के बाद पुलिस ने मृतका के शव का पंचनामा भरकर पीएम के लिये भेजा।
देर रात पोस्टमार्टम के बाद महिला आरक्षी के शव को परिजन एबुलेंस से अन्तिम संस्कार के लिये गृह जनपद अयोध्या लेकर चले गये। इंस्पेक्टर दीना नाथ मिश्रा ने बताया मृतका की पीएम रिर्पोट में मौत का कारण हैगिगं आया है, शरीर में किसी भी प्रकार की कोई चोटे के निशान नही आये है।
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भाई ने होमगार्ड पर लगाये प्रताडऩा के आरोप
उर्मिला की मौत की सूचना के बाद भाई दिलीप वर्मा अन्य परिजन अयोध्या से देर रात मौके पर पहुंच गए थे। बहन का शव देख सभी बिलख पड़े। बड़े भाई दिलीप वर्मा ने पुलिस को दी गयी तहरीर मे आरोप लगाया निगोहा थाने में तैनाती के दौरान बहन उर्मिला की होमगार्ड जीतेन्द्र कुमार शर्मा से दोस्ती हो गयी थी। जितेन्द्र उर्मिला से एक तरफा प्यार भी करने लगा था। जितेन्द्र उनकी बहन उर्मिला को बहुत परेशान करता था। जिसको लेकर उर्मिला बहुत परेशान रहती थी। आरोपित की प्रताडऩा से आजिज होकर रविवार को उर्मिला ने आत्महत्या कर ली। मृतका के भाई की तहरीर पर पुलिस ने होमगार्ड जीतेन्द्र पर आत्महत्या के लिये उकसाने की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर सोमवार को जेल भेज दिया।
नौकरी मिलने से लग थे सपनों में पंख
बहुत ही गरीब परिवार की उर्मिला को 2018 में पुलिस विभाग में आरक्षी पद पर भर्ती हुयी तो मानो उसके सपनो को पंख लग गये। और वो नौकरी के बाद मिलने वाले वेतन से अपने माता-पिता सहित पूरे परिवार का भरण पोषण करती थी। अभी एक माह पहले ही उर्मिला ने नयी टीवीएस स्कूटी खरीदी थी। स्कूटी को वह चलाना ही सीख रही थी। रविवार को हंसमुख व सरल स्वभाव की उर्मिला की मौत से अगल-बगल कमरो में रहने वाली साथी महिला आरक्षियों सहित पीआरवी वाहन में तैनात साथी पुलिसकर्मी स्त भ थे।
पीआरवी वाहन में ड्यूटी पर भी नही थी पहुंची
डायल-112 पीआरवी वाहन यूपी32डीजी0531 में तैनात बलराम सिहं ने बताया। रविवार की रात्रि दस बजे से आरक्षी उर्मिला की उसके साथ ही पीआरवी वाहन में ड्यूटी थी, लेकिन वो नही पहुंची थी। टाइम पर पीआरवी वाहन में न आने पर उर्मिला के मोबाइल पर कॉल भी किया था, लेकिन कॉल लग नहीं रही थी। रात 11बजे उर्मिला द्वारा आत्महत्या करने की सूचना मिली थी। बलराम ने बताया शनिवार की रात उर्मिला खुशी-खुशी ड्यूटी कर रविवार की रात ड्यूटी पर आने की बात कहकर घर गयी थी।
पहले भी कर चुकी थी सुसाइड की कोशिश
आरोपी होमगार्ड जीतेन्द्र ने परिजनों के आरोपों को सिरे से खरिज करते हुये बताया वो और उर्मिला अच्छे दोस्त थे। निगोहा में तैनाती के दौरान उसकी दोस्ती हुयी थी। जिसके बाद से वो जरूरत पडऩे पर उर्मिला की मदद कर देता था। एक माह पहले उर्मिला ने स्कूटी खरीदी थी वो भी उसके ही नाम थी। जीतेन्द्र ने बताया हर माह उसे जो वेतन मिलता था वो अपनी बीमार मां के इलाज सहित परिवार के भरण पोषण में लगाती थी। उसके बाद भी परिजन सन्तुष्टï नही थे। जिसके चलते वो डिप्रेशन में थी और तीन माह पहले ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या करने जा रही थी। पता चलने पर उसे आत्महत्या करने से रोकने के साथ समझाया बुझाया था। इसके पहले भी वो कई बार आत्महत्या की कोशिश कर चुकी थी।
अब मुझे आत्महत्या करने से नहीं रोक सकते
आरोपी होमगार्ड जीतेन्द्र कुमार शर्मा ने बताया रविवार की रात नौ बजे के करीब उसके वाट्सएप मैसेनजर पर मैसेज करते हुये उर्मिला ने लिखा था तुमने इसके पहले तो मुझे आत्महत्या करने से रोक लिया था। अब चाहकर भी नही रोक पाओगे। मै जान देने जा रही हूं। जीतेन्द्र ने बताया मैसेज देखते ही वो लखनऊ से अपनी ड्यूटी छोड़कर तुरंत उर्मिला को बचाने के लिये बाइक से भगाकर मोहनलालगंज पहुंचा, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।