उत्तर प्रदेश के इटावा जिले में राष्ट्रीय चंबल सेंचुरी के तहत जंगल में लगी भीषण आग से दो हेक्टेयर भूमि खड़े सैकड़ों वृक्ष जल कर राख हो गये।
फायर ब्रिगेड की गाड़ी जंगल में न पहुंचने के कारण ग्रामीणों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया मगर फिर भी आग धधकती देखी गई। सेंचुरी अधिकारी ने धधकती आग की निगरानी के लिए विभाग के कर्मचारियों को आदेश दिया।
सेंचुरी के वार्डन दिवाकर श्रीवास्तव ने सोमवार को बताया कि करीब आधे से एक एकड़ जंगल में आग से क्षति हुई है, आग पर काबू पा लिया गया है। नुकसान के आकलन की रिपोर्ट का आदेश दिया गया है।
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चकरनगर के बंशरी राउनी के समीप सेंचुरी जंगल में भीषण आग लग गई। आग की लपटों को देखकर ग्रामीणों ने कड़ी मशक्कत कर काबू पाने का प्रयास किया। लेकिन जब आग काबू से बाहर हुई, तो सेंचुरी विभाग के कर्मचारियों को सूचित किया गया । सूचना पर पहुंची फायर की गाड़ी मौके तक न पहुंचने के कारण आग बुझाने में नाकामयाब रही।
तदोपरांत ग्रामीणों ने आग पर काबू पाया। इस घटना से सेंचुरी विभाग की करीब दो हेक्टेयर भूमि में खड़े पेड़ पौधे जलने का अनुमान लगाया जा रहा है। जंगल में धधकती आग से क्षेत्र की जनता चिंतित है वार्डन दिवाकर श्रीवास्तव ने विभाग के कर्मचारी लगाकर धधकती आग पर नियंत्रण करने का आदेश दिया है।
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सूत्रों की माने तो जंगल कटान के बाद लकड़ी माफिया निशानदेही मिटाने के लिए जंगल में आग लगाकर ठूंठ व बचे अवशेष को नष्ट करते हैं। सेंचुरी क्षेत्र के अंतर्गत जंगल में आग लगने का यह कोई पहला मामला नहीं है, बल्कि हर वर्ष ही इसी तरह जंगल जलता है और विभाग के अधिकारी जांच की बात करते हैं।