धर्म डेस्क। चाणक्य नीति शास्त्र आचार्य चाणक्य के द्वारा रचित नीति ग्रंथ है। संस्कृत साहित्य में चाणक्य नीति का महत्वपूर्ण स्थान माना जाता है। इस ग्रंथ में मनुष्य जीवन को सफलता के मुकाम तक पहुंचाने के लिए महत्वपूर्ण सूत्र बताए गए हैं। इन्हीं सूत्रों में चाणक्य ने यह भी बताया गया है कि मनुष्य को अपने जीवन के 5 रहस्यों को किसी से साझा नहीं करना चाहिए, वरना आपको इसका भारी नुकसाना उठाना पड़ सकता है।
किसी से साझा न करें अपने दुख दर्द
- चाणक्य नीति के अनुसार, किसी को अपना दुख दर्द नहीं बताना चाहिए। चाणक्य के मुताबिक यदि आप किसी को दुख दर्द बताएंगे तो वह व्यक्ति आपके प्रति सहानुभूति दिखाएगा। लेकिन जैसे ही वह आपसे दूर जाएगा तो वह समाज में आपका उपहास उड़ाएगा।
- चाणक्य नीति में यह कहा गया है अपने प्रेम संबंध का जिक्र किसी से नहीं करना चाहिए। यह राज अपने तक ही सीमित रखना चाहिए। चाणक्य के अनुसार अगर आप किसी व्यक्ति को अपने प्रेम संबंध के बारे में बताते हैं तो यह भविष्य में आपे लिए घातक हो सकता है।
- चाणक्य नीति के अनुसार धन से जुड़े मामलों को अपने तक ही सीमित रखना चाहिए। चाणक्य कहते हैं कि धन के विषय में स्वयं ही विचार करें और निर्णय लें। पैसों से जुड़े मामले संवेदनशील होते हैं और इसमें अच्छे अच्छों का ईमान डोल जाता है।
- दांपत्य जीवन में उतार-चढ़ाव बना रहता है। कभी जीवनसाथी के साथ किसी बात को लेकर अनबन हो जाती है। ऐसी स्थिति में अपने दांपत्य जीवन की बातों को किसी से साझा नहीं करनी चाहिए। ऐसा करने से समाज में आपका उपहास होता है। लोग आपके या फिर आपके जीवन साथी के चरित्र पर सवाल उठाते हैं।
- परिवार के सदस्यों को कभी भी एक दूसरे की बुराई नहीं करनी चाहिए। विशेष तौर पर घर से बाहर के लोगों या रिश्तेदारों से तो ऐसा बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से पूरे परिवार के सम्मान को ठेस पहुंचता है।