नयी दिल्ली : 75वें गणतंत्र दिवस (Republic Day) के मौके पर यहां के कर्तव्य पथ पर आयोजित समारोह का आगाज इस वर्ष 100 महिला कलाकारों ने किया।कर्तव्य पथ पर गणतंत्र दिवस परेड (Republic Day Parade) की शुरुआत सैन्य बैंड के साथ होती आयी है,लेकिन इस बार 75 वें गणतंत्र दिवस पर देश भर की 100 महिला सांस्कृतिक कलाकार शंख और नगाड़ों तथा अन्य पारंपरिक वाद्यों के साथ परेड का आगाज किया। इस बार के परेड में एक और बदलाव देखने को मिला। आम तौर पर सभी कलाकार और समूह सलामी मंच के सामने अपनी प्रस्तुति देते थे, लेकिन इस बार एक और नयी पहल गयी, जिसके तहत एक ही समूह ने सलामी मंच के सामने अपनी प्रस्तुति दी, जबकि अन्य 11 समूहों ने अलग अलग बाड़ों के सामने अपनी प्रस्तुति पेश कीं। सरकार की यह पहल दर्शकों को रोमांचित करने वाली थी।
इस वर्ष गणतंत्र दिवस परेड (Republic Day Parade) में 16 राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों तथा 09 मंत्रालयों की झांकियां निकाली गयीं। इस वर्ष की झांकी विषय ‘भारत लोकतंत्र की जननी ’ और ‘ विकसित भारत’ रखा गया था।इस वर्ष के परेड में फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों बतौर मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुए साथ ही इस साल फ्रांस की वायु सेना का एक दस्ता यहां मार्च भी निकाला। इसके अलावा दो राफेल विमानों ने भी अपने करतब दिखाया।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गणतंत्र दिवस की थीम ‘भारत लोकतंत्र की जननी’ पर डाक टिकट तथा 75 वें गणतंत्र दिवस के मौके पर एक स्मारक सिक्का जारी किया।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में जल, थल, नभ में सुरक्षा चाक चौबंद
गणतंत्र दिवस (Republic Day) पर शुक्रवार को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में जल, थल, नभ में सुरक्षा व्यवस्थाएं चाक चौबंद रहीं।यमुना नदी में जहां बोट के जरिए पेट्रोलिंग हुई तो आसमान में वायु सेना के विमान गश्त करते रहे और पूरी दिल्ली में किलाबंदी है। करीब 77 हजार लोग परेड को देखने के लिए कर्व्य पथ पर पहुंचे हैं। लोगों की आवाजाही को सुगम बनाने के लिए तड़के चार बजे से दिल्ली मेट्रो सेवा शुरू हो गयी थी। परेड समारोह स्थल पर ही दिल्ली पुलिस के 14 हजार जवान तैनात हैं। सुरक्षा के मद्देनजर परेड वाले स्थल को 28 जोन में बांटा गया है और हर जोन में एक वरिष्ठ अधिकारी तैनात रहे।कर्तव्य पथ और आसपास के इलाके में दिल्ली पुलिस के साथ ही क्विक रिएक्शन टीम, स्वाट टीम के स्नाइपर्स भी तैनात रहे, जिनकी पैराग्लाइडर और ड्रोन के खतरे पर निगाह बनी रही। सुरक्षा के लिए उन्नत तनकनीक का इस्तेमाल किया गया।
गणतंत्र दिवस (Republic Day) समारोह के मद्देनजर 25 जनवरी की रात 10 बजे से दिल्ली को सीमाएं सील कर दी गयी थीं। गणतंत्र दिवस की परेड सुबह साढ़े दस बजे विजय चौक से शुरू होकर कर्तव्य पथ, सी हेक्सागन, नेताजी सुभाष चंद्र की प्रतिमा, तिलक मार्ग, बहादुर शाह जफर मार्ग, नेताजी सुभाष मार्ग होते हुए लाल किले पर जाकर समाप्त हुयी।परेड देखने आने वाले लोगों में जिनके पास कार की रिमोट चाभी थी, उनकी चाबी जमा करने के लिए अलग से लॉकर बूथ बनाए गये थे। बिना किसी दिक्कत वहां चाबी जमा कर सकेंगे और चाबी जमा करने पर पर्ची दी गयी थी। इसके अलावा परेड देखने के लिए आने वाले दर्शकों में अगर को भटक जाता है तो उसके लिए पुलिस की तरफ से मिसिंग बूथ लगाए गए थे। बूथ तैनात पुलिसकर्मी खोजने में मदद कर रहे थे। समारोह के लिए जारी पास में सभी दिशानिर्देश लिखे गए थे। परेड देखने आने वाले लोगों से पुलिस ने मेट्रो का प्रयोग करने की अपील की ।गणतंत्र दिवस परेड समारोह के मद्देनजर 26 जनवरी को नयी दिल्ली में तिलक ब्रिज पर रेल यातायात पूर्वाह्न साढ़े दस बजे से अपराह्न 12 बजे तक अस्थायी रूप से रद्द रहे। इसकी वजह से कई ट्रेनों के रूट में बदलाव किया गया है, तो कई ट्रेनें कैंसल की गई हैं।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक 04444 नई दिल्ली-गाजियाबाद ईएमयू एक्सप्रेस स्पेशल, 04408 शकूरबस्ती-पलवल ईएमयू एक्सप्रेस स्पेशल के रूट में बदलाव किया है। वहीं, 04956 दिल्ली-गाजियाबाद स्पेशल, 14315 बरेली-नई दिल्ली इंटरसिटी एक्सप्रेस, 12423 डिब्रूगढ़ टाउन-नयी दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस, 12313 सियालदह-नयी दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस, 12441 बिलासपुर-नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस, 12259 सियालदह-बीकानेर दुरंतो एक्सप्रेस का रूट बदला जाएगा। इसके अलावा 12056 देहरादून-नई दिल्ली जनशताब्दी एक्सप्रेस का भी रूट बदला है। वहीं दूसरी तरफ 04952 नयी दिल्ली-गाजियाबाद स्पेशल, 04913/04912 पलवल-गाजियाबाद-पलवल स्पेशल, 04965 पलवल-नई दिल्ली स्पेशल और 04947 गाजियाबाद-नयी दिल्ली स्पेशल ट्रेन 26 जनवरी को रद्द रहीं। साथ ही रेलवे ने लगभग एक दर्जन ट्रेनों को रोक कर चलाने का फैसला किया है। यह ट्रेन परेड के समय स्टेशन से नहीं गुजरीं, लेकिन परेड पास हो जाने के बाद इनका परिचालन किया ।
धनखड़ , मोदी , शाह ने देशवासियों को गणतंत्र दिवस की दी शुभकामनाएं
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ , प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी , रक्षा मंत्री राजनाथ , केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह समेत विभिन्न राजनीतिक हस्तियों ने शुक्रवार को देश के 75वें गणतंत्र दिवस पर देशवासियों को शुभकामनाएं दी।श्री धनखड़ ने अपने सोशल मीडिया एक्स पर अपने पोस्ट में लिखा , “पचहत्तर साल पहले, हमारे संविधान के संस्थापकों ने एक ऐसे राष्ट्र की कल्पना की थी , जहां न्याय, स्वतंत्रता, समानता और भाईचारा दुनिया के सबसे बड़े और सबसे समावेशी लोकतंत्र के मार्गदर्शक सिद्धांत होंगे। हमारे गणतंत्र के अमृत काल में हम उन संघर्षों, बलिदानों और उपलब्धियों पर विचार करते हैं जिन्होंने भारत को शेष मानवता के लिए आशा की किरण के रूप में आकार दिया है।
”श्री मोदी ने अपने संदेश में कहा, “देश के सभी परिवारजनों को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं। जय हिंद।”श्री सिंह ने इस ऐतिहासिक अवसर पर भारत को एक मजबूत और विकसित देश बनाने की दिशा में प्रतिबद्धता दोहराने का आह्वान किया।श्री शाह ने अपने संदेश में कहा, “लोकतंत्र के इस शुभ अवसर पर मैं देश की एकता और अखंडता के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले सभी स्वतंत्रता सेनानियों, संविधान निर्माताओं और वीर सैनिकों को सलाम करता हूं।”उन्होंने सभी से भारत के लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा करने का संकल्प लेने और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘विकसित भारत के संकल्प’ को साकार करने में योगदान देने का आग्रह किया।
खडगे , राहुल ने गणतंत्र दिवस पर देशवासियों को बधाई
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडगे तथा पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने 75वें गणतंत्र दिवस पर देशवासियों को शुभकामनाएं और बधाई दी है।श्री खडगे ने कहा “सभी को 75वें गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं एवं बहुत-बहुत बधाई। भारत का संविधान, प्राचीन भारतीय सभ्यता में निहित सामाजिक, आर्थिक एवं राजनीतिक मूल्यों पर आधारित है। न्याय, मर्यादा, समता और समभाव के हमारे मूल्य इसके मज़बूत स्तंभ हैं और यह आज़ादी के बाद हमारे सामाजिक आर्थिक और राजनीतिक परिवर्तन के मानक भी बने। हमारे संविधान ने सभी नागरिकों को मौलिक अधिकार, सामाजिक न्याय और राजनीतिक अधिकार समान रूप से दिया लेकिन आज इन अधिकारों पर सरकार के द्वारा ही हमला हो रहा है।
राममंदिर की झांकी ने सबका मन मोहा, विधानभवन के सामने हुए रंगारंग सास्कृतिक कार्यक्रम
”कांग्रेस अध्यक्ष ने इस साल होने वाले आम चुनाव को महत्वपूर्ण बताया और कहा “वर्ष 2024 भारत के लिए बहुत महत्वपूर्ण वर्ष है। ये साल तय करेगा कि हम संविधान, लोकतंत्र और न्याय के मूल्यों को बचा पाएंगे या हम फिर उसी दौर में पहुंच जाएंगे जहां हर एक व्यक्ति समान नहीं होगा। उनके अधिकार समान नहीं होंगे। कांग्रेस पार्टी ने इन मूल्यों को बचाने के लिए और सामाजिक, आर्थिक तथा राजनीतिक न्याय को पुनः स्थापित करने का संकल्प लिया है।”उन्होंने जनता के साथ न्याय करने की पांच बिंदु गिनती हुए कहा “न्याय के पांच स्तंभ-युवा न्याय,भागीदारी न्याय, नारी न्याय,किसान न्याय, श्रमिक न्याय, सभी को सशक्त करेंगे और सभी के अधिकारों की रक्षा करेंगे आइये, इस गणतंत्र दिवस पर आज मिलकर न्याय के इस मिशन से जुड़ने का प्रण लें। तभी हम अपने युवाओं का भविष्य सुरक्षित कर पायेंगे। इसी में संविधान की जीत होगी – इसी में भारत की जीत होगी। जय हिंद।
”श्री गांधी ने कहा “स्वतंत्रता आंदोलन के सपनों को एक सूत्र में पिरोने वाला हमारा महान संविधान भारतीय गणतंत्र की आत्मा है। संविधान के मूल सिद्धांतों की रक्षा और उनके प्रति निष्ठा ही अमर स्वतंत्रता सेनानियों को सच्ची श्रद्धांजलि है। सभी देशवासियों को गणतंत्र दिवस की ढेरों शुभकामनाएं। जय हिंद।”