झारखंड में कोरोना के संक्रमितों की बढ़ती संख्या को देखते हुए राज्य सरकार के निर्देश पर जिला प्रशासन ने स्कूल, कॉलेज, शिक्षण संस्थानों को बंद करने का निर्देश दिया है। हजारीबाग के कोचिंग हब माने जाने वाले मटवारी एवं कोरा में शुक्रवार को उस समय अप्रिय स्थिति उत्पन्न हो गई जब कोचिंग बंद कराने पहुंचे प्रशासन का छात्रों ने जमकर विरोध किया।
बाबू गांव एवं कोर्रा चौक पर सैकड़ों की संख्या में छात्र जमा हो गए और प्रशासन विरोधी नारे लगाने लगे। छात्रों ने घंटों सड़क जाम किया, हालांकि अधिकारी छात्रों को लगातार समझाते रहे, लेकिन छात्र कुछ सुनने को तैयार नहीं थे।
सचिन वाजे को 23 अप्रैल तक न्यायिक हिरासत में भेजा गया
उन लोगों का कहना था कि कोचिंग सेंटर को बिना रोक-टोक के चलने देना चाहिए। छात्रों का तर्क था कि चुनाव से लेकर मेला के आयोजन में कोरोना का प्रकोप नहीं दिखता, लेकिन शिक्षा के हक के दौरान कोरोना वायरस है और सरकार शिक्षण संस्थान को बंद करने की का निर्णय लेती है।
छात्राओं ने तो शिक्षा दो या मौत दो के नारे भी लगाए। सीसीआर डीएसपी अमिता लकड़ा, सदर एसडीपीओ महेश प्रजापति, बीडीओ अमिताभ भगत सहित बड़ी संख्या में अधिकारियों ने छात्रों को समझाने का प्रयास किया। नहीं सुनने पर छात्रों की संख्या कम होते ही हल्का बल प्रयोग कर उन्हें हटा दिया गया।
CM योगी के मुख्य फ्लीट का ड्राइवर हुआ कोरोना संक्रमित, मचा हड़कंप
प्रशासन ने पूरे क्षेत्र में पुलिस बल भर दिया है। कोर्रा और मटवारी करीब-करीब पुलिस छावनी में तब्दील कर दी गई है। चौक चौराहों पर कार्यपालक दंडाधिकारी के साथ पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। डीएसपी अमिता लकड़ा ने छात्रों से सरकार के निर्देश के अनुपालन की बात कही है।
उन्होंने कहा कि पूरे देश में ऑनलाइन शिक्षा चल रही है ऐसे में हजारीबाग में भी ऑनलाइन शिक्षा का छात्र लाभ उठाएं।