उत्तर प्रदेश में पीलीभीत जिले के टाइगर रिजर्व की दियूरिया रेंज मे खाबर लेकर शिकार की तलाश में बैठे एक शिकारी को वन कर्मियों ने पकड लिया जबकि अन्य छह लोग मौके से फरार हो गए। शिकारी के पकड़े जाने से आक्रोशित अन्य लोगों ने वन चौकी पर आग लगा दी।
इससे वन विभाग के कर्मचारी चौकी से भाग गए। आग की चपेट में आकर चौकी पर बैटरी और अन्य सामान जल गया। वन विभाग ने सात के खिलाफ विभागीय केस दर्ज कर लिया है। इस घटना के सम्बन्ध में दिउरिया कोतवाली मे भी तहरीर दी गई है।
टाइगर रिजर्व में वनकर्मियों को शिकारियों के होने की जानकारी बराबर प्राप्त हो रही थी। इसी क्रम में रविवार को भी सूचना मिली कि कुछ शिकारी दियोहना वीट क्षेत्र में बैठे हुए हैं। सूचना पर वन कर्मियों ने घेराबंदी में मौके पर देखा कि सात लोग वहां पर बैठे हुए थे। वन विभाग कर्मियों को देखकर सभी भागने लगे। इस बीच एक को दौड़ाकर पकड वन कर्मियों ने पकड़ लिया। शेष भागने में सफल रहे। पकडे गये कथित शिकारी को जब वन कर्मी ला रहे थे तो साथ के लोगों ने उसे छुड़ाने के वास्ते वन चौकी के वायरलेस कक्ष में आग लगा दी। जिसके चलते मौजूद कर्मचारी भाग गए और लोगों ने पहुंचकर आग पर काबू पाया।
ऑक्सीजन का फिक्स डिपाजिट है पौधरोपण : साधना मिश्रा ‘विंध्य’
रेंजर वीके गुप्ता ने बताया पकड़ा गया आरोपी रामचंद्र निवासी ग्राम जयनगर है। उसके पास से एक खाबर व एक भाला बरामद हुआ। आरोपी ने अपने साथियों के नाम पिपरयिया रामपाल, बेदराम, कुवंर पाल, शंकर व जयनगर निवासी मनसुख लाल, माखनलाल बताया। रामचंद्र के पकड़ने को लेकर गांव जयनगर निवासी गंगा राम अपने कुछ साथियों के साथ दियोहना चौकी पर पहुंच गया। यहां पर वनकर्मियों के साथ गाली गलौज करते हुए वारलेश आपरेटर अनुज सक्सेना के कमरे में तोड़फोड़ की और आग लगा दी। इसमें सभी सातों के खिलाफ नामजद केस काटा गया है। मामले की तहरीर थाने में दी जा रही है। आरोपी से पूछताछ के बाद जेल भेजा जाएगा।