बंगाल की खाड़ी में उठा चक्रवाती तूफान यास ने अपना रौद्र रूप ले लिया है। जिसका व्यापक पैमाने पर असर पड़ने की आशंका है। उत्तर प्रदेश में भी यास का प्रभाव देखने को मिलेगा।
हालांकि, तूफान का आंशिक असर पूर्वी यूपी के जिलों में देखने को मिलना शुरू हो गया है। बिहार और झारखंड की सीमा से लगे प्रदेश के जिलों में सुबह से मौसम का मिजाज हल्का बदल गया है। इन जिलों में हल्की बदली छाई हुई है। अनुमान के मुताबिक, समय बीतने के साथ इसका असर बढ़ता जाएगा। अगले 24 घंटे बाद बारिश और तेज आंधी आने का भी पूर्वानुमान है।
मौसम विभाग के अभी तक के अनुमान के मुताबिक तूफान यास की वजह से 27, 28 और 29 मई को पूर्वी यूपी के जिलों में कई जगहों पर भारी से बहुत भारी बारिश संभव है। इन जिलों में 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा भी चल सकती है। सबसे ज्यादा असर बिहार और झारखंड की सीमा से सटे जिलों में देखने को मिलेगा। वैसे आंधी और बारिश का यह सिलसिला गाजीपुर, बलिया, सोनभद्र और चंदौली से लेकर लखनऊ और इसके आसपास तक के जिलों में देखने को मिलेगा। यह जरूर है कि पूर्वी यूपी से शुरू होकर पश्चिमी यूपी तक बढ़ते हुए तूफान का असर कम होता दिखाई देगा। यानी पूर्वी यूपी और तराई के जिलों में ज्यादा जबकि पश्चिमी यूपी में इसका बहुत कम असर देखने को मिलेगा।
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अभी तक के अनुमान के मुताबिक 30 और 31 मई को भी प्रदेश के कई जिलों में हल्की बारिश की संभावना बनी हुई है। हालांकि तब तक तूफान का असर बहुत धीमा पड़ जाएगा। 1 जून से मौसम का मिजाज कैसा रहेगा, इस बारे में मौसम विभाग बाद में अनुमान जारी करेगा लेकिन उम्मीद जताई जा रही है कि 1 जून से मौसम का मिजाज बदल सकता है।
तूफान के असर की वजह से दिन और रात के तापमान में भी गिरावट दर्ज की जाएगी। पिछले दिनों ताऊ ते तूफान के असर की वजह से दिन और रात के तापमान में लगभग 10 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई थी। इस बार भी 3 दिनों तक आंधी बारिश के जारी रहने से तापमान में काफी गिरावट देखी जा सकती है। दिन का तापमान 35 डिग्री सेल्सियस के नीचे जबकि रात का तापमान 25 डिग्री सेल्सियस के नीचे ही दर्ज किया जाएगा।