नई दिल्ली। दिवंगत बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की मौत का रहस्य प्रतिदिन गहरा ही हो रहा है। इसी बीच केंद्रीय स्मृति ईरानी ने सुशांत की आसमयिक मौत पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि जब मैंने ये खबर सुनी तो मैं एक वीडियो कॉन्फ्रेंस पर थी। मुझे उस कॉन्फ्रेंस को बंद करना पड़ा क्योंकि मैं अपने आंसुओं को रोक नहीं पाई।
यह बात एक न्यूज चैनल के कार्यक्रम में कही। स्मृति ईरानी ने बताया कि मैं और सुशांत एक ही परिसर में काम किया करते थे। सुशांत की मौत के बाद मैं जिस परिसर में काम किया करती थी वहां सभी को फोन किया और कहा कि ये सच नहीं हो सकता है।
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नम आंखों से स्मृति ईरानी ने कहा कि मुझे कष्ट होता है जब उनके परिवार पर टिप्पणी की जाती है। मेरी तो ये आज सिर्फ एक अपील हो सकती है कि उस परिवार ने अपने बेटे को खोया है। इसलिए उस पर किसी भी तरह की अमर्यादित टिप्पणी करने से बचें। जिससे कम से कम आत्मा सुशांत की विचलित नहीं होगी। उन्होंने कहा कि मैं आशावादी हूं कि न्याय पूरी तरह से होगा।
स्मृति ईरानी ने कहा कि मैं ये जानती हूं, क्योंकि मैं उस इंडस्ट्री का हिस्सा रह चुकी हूं। उन्होंने कहा कि बड़ी मशक्कत के बाद आप एक स्थान पर पहुंचते हैं। आपके पास सपोर्ट सिस्टम काफी कम होता है।
सुशांत की मृत्यु हो या फिर कंगना का गुस्सा हो। मैं समझती हूं कि जब ऐसी परिस्थितियां होती हैं। जब आप संघर्ष करके इतने आगे पहुंचते हैं तो ऐसा कुछ होने पर आप खुद को चुप नहीं रख पाते हैं।
स्मृति ईरानी ने कहा कि सुशांत सिंह राजपूत मामले पर बोलना मेरे लिए बहुत मुश्किल है। मैं समझ नहीं पाई कि आखिरकार ऐसा क्या हुआ? जब उसकी मौत की खबर आई तो मैंने एक एक्टर दोस्त को फोन किया तो उन्होंने कहा कि स्मृति तुम हम लोगों को छोड़कर दिल्ली चली गई।
इतनी उम्मीदें, इतने सपने और भविष्य में इतनी अपार संभावनाएं हैं। इसलिए मैं समझ नहीं पा रही हूं। मेरी आत्मा तक को इस मामले ने झकझोर कर रख दिया है। पढ़ाई में अच्छा था, अध्यात्म में परिपूर्ण था। इसलिए मैं आशावादी हूं कि उसे न्याय मिलेगा।