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IAF को मिला पहला एयर मार्शल कपल, जानिए कौन हैं दोनों

Air Marshal Couple

Air Marshal Couple

नई दिल्ली। एयर मार्शल साधना सक्सेना और एयर मार्शल केपी नायर ने इतिहास रच दिया है। वो भारतीय वायुसेना के पहले एयर मार्शल दंपति (Air Marshal Couple) बन गए हैं। अब तक आपने आईएएस पति-पत्नी और डॉक्टर दंपति के बारे में सुना होगा, लेकिन यह पहला मौका है जब पति-पत्नी ने एयर मार्शल दंपति होने की उपलब्धि हासिल की है। पेशे से डॉक्टर रहीं साधना सक्सेना ने सोमवार को सशस्त्र बल की अस्पताल सेवा में महानिदेशक के रूप में पदभार संभाला।

उनके पति फाइटर पायलट और एयर मार्शल केपी नायर ने 2015 में इंडियन एयरफोर्स के महानिदेशक के पद से रिटायर हुए थे। इस तरह दोनों ने ही एयर मार्शल (Air Marshal Couple) के पद पर पहुंचकर इतिहास रचा और देश के पहले ऐसे कपल बने।

तीन पीढ़ियों ने दी सेवाएं

साधना एयरफोर्स में सेवाएं देने वाली अपने परिवार से इकलौती इंसान नहीं है। पिछली तीन पीढ़ियां सेना से जुड़ी रही हैं।भारतीय वायुसेना के रिकॉर्ड के मुताबिक, एयर मार्शल साधना नायर की फैमिली की तीन पीढ़ियां इसी सेना में सेवाएं दे रही है। साधना सक्सेना के पिता और भाई सेना में डॉक्टर रहे हैं। और अब तीसरी पीढ़ी के रूप मेंउनका बेटा भारतीय वायुसेना में बतौर फाइटर पायलट काम कर रहा है। इस तरह पिछले 7 दशकों ने इनका परिवार भारतीय वायुसेना में सेवाएं दे रहा है।

एयर मार्शल साधना नायर एयरफोर्स से जुड़ी वो दूसरी महिला हैं जिन्हें एयर मार्शल के पद पर पदोन्नत किया गया है। इससे पहले साधना नायर बेंगलुरू में इंडियन एयरफोर्स ट्रेनिंग कमान में बतौर प्रिंसिपल मेडिकल ऑफिसर के तौर पर काम कर रही थीं। देश की पहली महिला एयर मार्शल होने का रिकॉर्ड पद्म बंदोपाध्याय (रिटायर्ड) के नाम है।

पुणे से डॉक्टरी, स्विटजरलैंड से सैन्य चिकित्सा में स्टडी

एयर मार्शल साधना नायर ने पुणे के आर्म्ड फोर्सेस मेडिकल कॉलेज से ग्रेजुएशन किया। इसके बाद फैमिली मेडिसिन में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। दिसम्बर 1995 में वो भारतीय वायुसेना से जुड़ीं। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, उन्होंने एम्स नई दिल्ली में मेडिकल इंफॉर्मेटिक्स में 2 साल का ट्रेनिंग प्रोग्राम किया। इसके अलावा उन्होंने स्विटजरलैंड से CBRN (केमिकल, बायोलॉजिकल, रेडियोलॉजिकल, न्यूक्लियर) वारफेयर एंड मिलिट्री मेडिकल एथिक्स में कोर्स किया।

सोशल मीडिया पर इनकी तस्वीरें वायरल हो रही हैं। सोशल मीडिया यूजर्स ने लिखा है- भारतीय वायुसेना में इतिहास रचने वाले इस दंपति को सलाम।

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महिला चिकित्सा अधिकारियों को शुरू से ही सशस्त्र बलों में स्थायी कमीशन में मिलता रहा है, लेकिन दूसरे विंग्स में हालात अलग थे। इस लैंगिक असमानता को खत्म करने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया। इसके बाद महिला अधिकारी अब लड़ाकू विमान भी चला रही हैं। युद्धपोतों पर काम कर रही हैं। तोपखाने रेजिमेंट में हॉवित्जर और रॉकेट सिस्टम को कमान संभाल रही हैं। साथ ही महिलाओं को प्रेरित भी कर रही हैं।

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