लखनऊ। केंद्र सरकार ने मेहरबानी दिखाते हुए साल 2005 बैच के सिक्किम काडर के भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारी आंजनेय कुमार सिंह (IAS Anjaneya Kumar Singh) की उत्तर प्रदेश में प्रतिनियुक्ति एक और साल के लिए फिर बढ़ा दी है। अब उनकी तैनाती अगस्त 2026 तक यूपी में बनी रहेगी। हालांकि सोमवार रात तक नियुक्ति विभाग को उनकी प्रतिनियुक्ति बढ़ने को लेकर केंद्र की ओर से जारी कोई आदेश मिल नहीं सका है।
समाजवादी पार्टी के नेता और पूर्व मंत्री आजम खान को जेल भेजने, उनके साम्राज्य को धराशायी करने वाले चर्चित आईएएस अफसर आंजनेय सिंह (IAS Anjaneya Kumar Singh) उत्तर प्रदेश में पिछले 10 सालों से नियमों को शिथिल करते हुए प्रतिनियुक्ति पर बने हुए हैं। उनकी सातवीं बार प्रतिनियुक्ति की अवधि बढ़ाई गई है।
अखिलेश यादव की सरकार में आए थे यूपी
यह प्रतिनियुक्ति ऐसे समय की गई जब पिछले दिनों राज्य सरकार ने आंजनेय सिंह (IAS Anjaneya Kumar Singh) को सिक्किम के लिए रिलीव कर दिया था, लेकिन अब केंद्र सरकार ने एक बार फिर 1 साल के लिए प्रतिनियुक्ति की अवधि बढ़ा दी है। वह अखिलेश यादव की पिछली सरकार में प्रतिनियुक्ति पर पहली बार यूपी में पोस्टिंग में आए थे।
आंजनेय सिंह साल 2015 में प्रतिनियुक्ति पर उत्तर प्रदेश आए थे। उत्तर प्रदेश में तैनाती के दौरान वे रामपुर के अलाव बुलंदशहर और फतेहपुर के जिलाधिकारी रह चुके हैं। इसके बाद वह मार्च, 2021 में मुरादाबाद के मंडलायुक्त भी बना दिए गए थे।
14 अगस्त को खत्म हो गया था कार्यकाल
लगातार 10 साल तक प्रतिनियुक्ति पर रहने वाले इस आईएएस अफसर का कार्यकाल 14 अगस्त को खत्म हो गया था। इसके बाद वो 60 दिन की छुट्टी पर चले गए थे। साथ ही उन्होंने अपना प्रभार मुरादाबाद के जिलाधिकारी को सौंप दिया था। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आंजनेय सिंह (IAS Anjaneya Kumar Singh) की प्रतिनियुक्ति बढ़ाने को लेकर केंद्र सरकार को सिफारिशी पत्र लिखा था।
आंजनेय सिंह (IAS Anjaneya Kumar Singh) जब रामपुर में जिलाधिकारी हुआ करते थे तब वह सबसे अधिक चर्चा में आए थे। फरवरी 2019 में लोकसभा चुनाव के दौरान उन्होंने दिग्गज नेता आजम खान के खिलाफ आचार संहिता उल्लंघन के मामले में कार्रवाई की थी। इस दौरान आजम खान की ओर से की गई आपत्तिजनक टिप्पणी की वजह से भी वह सुर्खियों में आ गए थे। आंजनेय ने सपा नेता के खिलाफ कई केस दर्ज कराए थे।