मेरठ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मंगलवार को कहा कि जो भी किसानों का आंदोलन खत्म करना चाहते हैं, वे सबसे बड़े समाज द्रोही हैं।
श्री यादव मेरठ जिले की तहसील मवाना में मखदूमपुर मार्ग पर स्थित नवजीवन किसान डिग्री कालेज में धनसिंह कोतवाल की प्रतिमा का अनावरण करने के बाद जनसभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि किसान सिर्फ पेट नहीं भरता है बल्कि हमें कपड़े भी पहनाता है। उन्हीं किसानों को भाजपा सरकार आतंकवादी बता रही है।
उन्होंने कहा कि किसानों को धान का एमएसपी नहीं मिल पाया है और उत्तर प्रदेश में चार साल से भाजपा की सरकार चल रही ,लेकिन अभी तक किसानों को गन्ना भुगतान नहीं हो पाया है। उन्होंने कहा कि जिस देश का किसान रोने लगे, नौजवानों के पास काम न हो तो वह देश विश्व गुरु बनना तो दूर बहुत पीछे चला जाएगा।
बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ मुहिम में आगे आए सोनू सूद, 300 छात्राओं को देंगे मोबाइल
सपा अध्यक्ष ने कहा कि एक व्यापार करने वाली ईस्ट इंडिया कंपनी कैसे भारत में आकर सरकार बन गई। जो लड़ाई उस समय चलाई गई थी उसकी आज भी जरूरत है। उन्होंने कहा अगर देश में यही व्यवस्था चलती रही तो देश फिर से गुलाम बन जाएगा।
इससे पूर्व श्री यादव ने क्रांतिकारी शहीद धनसिंह कोतवाल की प्रतिमा का अनावरण करते हुए कहा कि अगर ऐसे ही क्रांतिकारियों ने अपने जीवन की बाजी नहीं लगाई होती तो आज हम आजादी से सांस नहीं ले रहे होते। उन्होंने कहा देश के लिए शहीद हुए ज्यादातर क्रांतिकारी मजदूर या किसान के बेटे थे। उन्होंने यह भी कहा ये तीनों कृषि कानून देश के किसानों को बर्बाद कर देंगे।