महिषासुर मर्दिनी मां दुर्गा की आराधना का पावन त्यौहार आज मतलब 07 अक्टूबर, दिन बृहस्परिवार से शुरू हो गया है। नवरात्रि का त्यौहार साफ-सफाई एवं शुद्धता का प्रतीक माना जाता है। नवरात्रि के व्रत में नियम एवं संयम की खास अहमियत होती है। नवरात्रि के व्रत में नियमों का पालन आवश्यक होता है। शास्त्रों में नवरात्रि व्रत को लेकर कुछ नियम बताए गए हैं, जिन्हें अपनाने से मां दुर्गा के खुश होने की मान्यता है।
ये है नवरात्रि व्रत नियम
1- व्रत को करने वाले को पलंग की जगह जमीन पर सोना चाहिए। यदि आप जमीन पर नहीं सो सकते हैं, तो लकड़ी के तख्त पर सो सकते हैं।
2- नवरात्रि व्रत में ज्यादा भोजन नहीं करना चाहिए। फल के अतिरिक्त आप कुट्टू का प्रयोग कर सकते हैं।
3- व्रत करने वाले को ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए।
4- व्रत करने वाले को काम, क्रोध, लोभ और मोह से दूर रहना चाहिए।
5- व्रत करने वाले को झूठ बोलने से बचना चाहिए तथा सच का पालन करना चाहिए।
6- व्रत करने वाले को मां दुर्गा की आराधना करने के बाद अपने ईष्ट देव का ध्यान लगाना चाहिए।
7- व्रत में बार-बार पानी पीने से बचना चाहिए तथा गुटखा, तंबाकू आदि का सेवन नहीं करना चाहिए।
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नवरात्रि व्रत करने के लाभ
शास्त्रों में नवरात्रि व्रत की महिमा वर्णित है। परम्परा है कि नवरात्रि व्रत करने वाले को मां दुर्गा की कृपा से सुख-शांति एवं समृद्धि की प्राप्ति होती है। माता रानी अपने श्रद्धालु पर खास कृपा बनाए रखती हैं।