अगर आप दर्शन पूजन के लिये अयोध्या जाना चाहते है, तो जरा ठहरिए पहले आप कोविड की आरटी-पीसीआर जांच कराइये। अगर निगेटिव रिपोर्ट हुई, तभी आप उसको लेकर अयोध्या जाइये, नहीं तो अयोध्या के प्रवेश द्वार पर ही आप को रोक लिया जाएगा। वहीं से आपको वापस लौटा दिया जाएगा। साथ ही आपको ये भी ध्यान रखना होगा कि, जांच रिपोर्ट एक सप्ताह से अधिक पुरानी न हो।
अयोध्या में सावन झूला मेला में बड़ी संख्या में दर्शनार्थी अयोध्या आते हैं, लेकिन इस बार कोविड प्रोटोकॉल के तहत इसकी भी अनुमति नहीं है। इसलिए अयोध्या जाने से पहले कोविड जांच रिपोर्ट को अपने पास जरूर रख लें।
हालांकि, अयोध्या के संत लोगों से अपील कर रहे हैं कि, कोविड महामारी से बचने के लिए प्रशासन और कोविड प्रोटोकॉल का ध्यान रखें। लेकिन उन्हें इस बात पर नाराजगी है कि, प्रशासन ने इस तरह का कदम उठाने की पूर्व सूचना लोगों और दर्शनार्थियों को नहीं दी गयी। जिससे बाहर से आये दर्शनार्थियों को बदसलूकी का सामना भी करना पड़ा। अगर आरटी-पीसीआर निगेटिव रिपोर्ट के बिना अयोध्या में प्रवेश वर्जित करना था, तो इसकी पूर्व सूचना दी जानी थी जिससे वे अपनी रिपोर्ट की जांच करा लेते।
रामजन्म भूमि के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा कि, जो शासन प्रशासन का निर्देश होता है वह जन कल्याण के लिए होता है। आने वाले श्रद्धालुओं के लिए होता है। क्योंकि कोरोना का प्रकोप अभी खत्म नहीं हुआ है और दोबारा शुरू ना हो जाए इसलिए मेला पर इसका प्रभाव पड़ेगा। उन्होंने श्रद्धालुओं से अपील की कि वे कोरोना की जांच जरूर करा लें, इससे कोरोना पर विजय मिलेगी।