दर्पण जिसमें देख कर हम अपने रूप को संवारते हैं और खुद को संवरा हुआ देख कर फूले नहीं समाते. मगर क्या आप जानते हैं कि इसे खरीदते समय और घर में लगाते समय भी कई सावधानियां बरतना जरूरी होता है. यहां तक कि दर्पण खरीदते समय इसके फ्रेम के रंग को भी ध्यान रखना चाहिए.
वास्तु शास्त्र के अनुसार आपको इन बातों की जानकारी जरूर होनी चाहिए. अगर नहीं तो जान लीजिए. वास्तु शास्त्र के अनुसार दर्पण से एक तरह की ऊर्जा भी निकलती है. ऐसे में दर्पण को घर में लगाते समय और खरीदते समय कुछ एहतियात जरूर बरतें. क्योंकि इन्हें नजरअंदाज करके आप कुछ परेशानियों का सामना भी कर सकते हैं.
हल्के रंग के फ्रेम वाला दर्पण है अच्छा
वास्तुशास्त्र के अनुसार दर्पण खरीदते समय कुछ सावधानियां जरूर बरतें. जब आप दर्पण खरीद रहे हों तो इस बात को ध्यान रखें कि दर्पण पर किसी तरह की दरार न हो. इस पर किसी तरह का कोई धब्बा भी नहीं होना चाहिए. यानी यह बिल्कुल साफ हो. साथ ही ऐसे फ्रेम वाला दर्पण खरीदना अच्छा रहता है जो सफेद, आसमानी, हरे या ब्राउन रंग का हो. गहरे रंगों के फ्रेम वाला शीशा अच्छा नहीं माना जाता.
बेडरूम में नहीं लगाना चाहिए इसे
अक्सर लोग अपने बेडरूम में दर्पण लगाना पसंद करते हैं. वास्तु शास्त्र के अनुसार बेडरूम में दर्पण नहीं लगाना चाहिए. साथ ही जिस दीवार पर इसे लगाएं वह न तो ज्यादा ऊंची हो और न ही ज्यादा नीची ही हो. दर्पण ऐसी दीवार पर लगाएं जहां से इसमें देखने में आपको असुविधा न हो.
आमने सामने कभी न लगाएं दर्पण
वास्तु शास्त्र के अनुसार कमरे की दो दीवारों पर यानी आमने सामने भी दर्पण लगाने से बचना चाहिए. इसे अच्छा नहीं माना जाता. इसके अनुसार इससे बेचैनी का अनुभव हो सकता है.