मुंह से बदबू आने की कई वजहें हो सकती हैं. जिसमें दातों को अच्छी तरह से ब्रश न करना, जीभ की सफाई ठीक से न होना या चाय-कॉफी जैसे पेय पदार्थों का सेवन ज्यादा करना है.
अगर आपके मुंह से आने वाले स्मेल आपको शर्मिंदा कर रहे हैं तो सवाधान हो जाइए और ऐसे स्मेल को दूर भगाने के लिए जरूरी उपाय करें. इन उपायों को अपना कर आप अपने मुंह से आने वाले स्मेल से छुटकारा पा सकते हैं.
माउथवॉश है जरूरी
आपके दातों पर बैक्टीरिया या प्लाक बनने की वजह से आपके मुंह से स्मेल आ सकती है. इससे छुटकारा पाने के लिए रोज दातों को ब्रश करने के बाद माउथवॉश का इस्तेमाल करें. इससे आपके मुंह से आने वाली स्मेल खत्म हो जाएगी. बाजार में कई तरह के माउथवॉश उपलब्ध हैं. घर पर ही चाहें तो गुनगुने पानी के साथ नमक मिला कर माउथ वॉश कर सकते हैं. यह इन्फेक्शन कम करेगा.
दो बार ब्रश जरूर करें
ज्यादातर लोग सुबह ही ब्रश करते हैं और रात में खाने के बाद ब्रश करना अवाइड करते हैं. लेकिन यदि आपको मुंह की बदबू से छुटकारा पाना है तो आप रात के खाने के बाद ब्रश जरूर करें. रात के खाने के बाद ब्रश नहीं करने से सोते वक्त मुंह में बैक्टीरिया अटैक करते हैं जो मुंह की बदबू के मुख्य कारण होते हैं.
जीभ की करें सफाई
दांतों के साथ जीभ की सफाई भी बहुत अहम है. गंदी जीभ के कारण भी मुंह से बहुत स्मेल आती है. वजह बैक्टीरिया होते हैं. दांतों को ब्रश करते समय नियमित रूप से जीभ की सफाई भी करें.
फ्लॉस करें
मुंह और दांत की बेहतर सफाई के लिए एक दिन में कम से कम एक बार फ्लॉस जरूर करें. उचित फ्लॉसिंग आपके दांतों के बीच से भोजन के कणों और प्लाक को हटाता है, जिससे मुंह के स्मेल खत्म होते हैं.
साल में दो बार डेंटल चेकअप जरूर कराएं
कई बार मुंह की बदबू का कारण दांत और मसूढ़ों का इन्फेक्शन भी होता है. ऐसी समस्या से बचने के लिए साल में कम से कम दो बार डेंटल चेकअप जरूर कराएं. डेंटिस्ट इस मामले में जरूरी एडवाइज देंगे.
मुंह को ड्राई होने से बचाएं
कई लोगों की बहुत देर तक कुछ भी खाने-पीने की आदत नहीं होती. ऐसे में मुंह ड्राई होने लगता है और स्मेल आने लगती है. मुंह की नमी बनाए रखने के लिए खूब पानी पिएं. थोड़ी-थोड़ी देर पर कुछ न कुछ खाते रहें. लंबे गैप से बचें.
लौंग, इलाइची या सौंफ खाएं
भोजन करने के बाद मुंह में दो लौग, इलाइची के दाने या थोड़ी सौंफ रखें. ऐसा नियमित रूप से करें. इस उपाय को अपना कर मुंह के स्मेल को काफी हद तक कम किया जा सकता है.