चैत्र नवरात्रि (Chaitra Navratri) की शुरुआत आज से होगी है। इस बार माता दुर्गा धरती पर हाथी पर सवार होकर भक्तों का उद्धार करने आने वाली हैं। इस साल 30 मार्च से चैत्र नवरात्रि शुरू होने जा रही है, जिसका समापन 6 अप्रैल को हो जाएगा। नवरात्रि के नौ दिन बहुत ही पवित्र माने जाते हैं। इस दौरान भक्त माता दुर्गा के नौ अलग-अलग रूपों की विशेष पूजा-अर्चना करते हैं। साथ ही भक्त नवरात्रि के नौ दिन व्रत भी रखते हैं।
कई बार गलती से टूट जाता है व्रत
मान्यता है कि जो भी नवरात्रि (Navratri) के नौ दिन माता रानी की सच्चे मन से पूजा-अर्चना और व्रत करता है उसके जीवन में खुशियों का आगमन होता है। माता रानी की कृपा से उसके सभी दुख दूर हो जाते हैं। वहीं कई बार ऐसा भी होता है कि किसी का नवरात्रि का व्रत गलती से टूट भी जाता है।
ऐसे में जिसका नवरात्रि (Navratri) का व्रत टूटता वो बहुत दुखी हो जाता है, लेकिन ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है कि नवरात्रि का व्रत अगर गलती से टूट जाता है, तो इसमें परेशान होने की जरूरत नहीं है। दरअसल, ज्योतिष शास्त्र में नवरात्रि का व्रत टूटने पर तुछ नियम बताए गए हैं। ऐसे में आइए जानते व्रत गलती से टूट जाए तो क्या करना चाहिए।
नवरात्रि (Navratri) में व्रत टूटने पर करें ये काम
>> नवरात्रि (Navratri) के दिनों में लोग व्रत टू न जाए, इसके लिए विशेष सावधानी बरतते हैं, लेकिन कई बार ऐसा होता है कि अनजाने में व्रत टूट ही जाता है। ऐसा होता है, तो घबराना नहीं चाहिए, बल्कि माता रानी से हाथ जोड़कर क्षमा प्रार्थना कर लेनी चाहिए।
>> नवरात्रि (Navratri) के व्रत टूट जाए तो देवी-देवताओं के नाम का हवन करवाना चाहिए। साथ ही क्षमा मागनी चाहिए। हवन कराने से माता का गुस्सा भी शांत होता है। साथ ही हवन कराने से व्रत भी पूरा माना जाता है।
>> व्रत टूटने के बाद माता की प्रतिमा की स्थापना करनी चाहिए। फिर माता की प्रतीमा को पंचामृत से स्नान कराना चाहिए।
>> व्रत टूटने के बाद के बाद दान-पुण्य करना चाहिए। दान पुण्य करने से माता प्रसन्न होती हैं।
>> नवरात्रि (Navratri) में जिस दिन व्रत टूटा हो उस दिन माता दुर्गा के उस स्वरूप की पूजा और आरती करनी चाहिए।