पटियाला। पटियाला में शुक्रवार को खालिस्तान मुर्दाबाद मार्च के दौरान शिवसेना (बालासाहब) के कार्यकर्ताओं और खालिस्तान समर्थकों के बीच हुई झड़प ( Patiala violence) के बाद शहर में तनाव है। मामले की गंभीरता को देखते हुए पटियाला में 9:30 से शाम 6:00 बजे तक इंटरनेट (Internet) बंद कर दिया गया है। अफवाहों को फैलने से रोकने के लिए पंजाब सरकार के गृह विभाग ने आदेश जारी किए हैं। वहीं, पटियाला आईजी राकेश अग्रवाल (IG Rakesh Aggarwal )को हटाने के बाद सीनियर एसपी और सिटी एसपी को भी हटा दिया गया है।
हिंसा (Patiala Violence) के बाद मुखविंदर सिंह चिन्ना नए IG नियुक्त
मुख्यमंत्री कार्यालय (CMO) के प्रवक्ता ने बताया कि मुखविंदर सिंह चिन्ना को पटियाला का नया आईजी नियुक्त किया गया है। वहीं, दीपक पारिक को पटियाला का सीनियर एसपी जबकि वजीर सिंह को पटियाला का नया एसपी नियुक्त किया गया है। फिलहाल, शहर में 10 कंपनियां तैनात की गई हैं और पुलिस फ्लैग मार्च कर रही है।
हिंदू संगठनों ने पटियाला बंद का किया है आह्वान
हिंदू संगठनों ने आज पटियाला बंद का आह्वान किया है। साथ ही काली माता मंदिर पर हमले के दोषियों को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर धरना, रोष मार्च का भी आह्वान किया है। वहीं, पटियाला एसएसपी नानक सिंह ने कहा कि पटियाला में हालात पूरी तरह नियंत्रण में है। उन्होंने लोगों से किसी भी तरह के अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की।
बता दें कि हिंदू संगठन उन खालिस्तानी समर्थकों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं जिन्होंने काली माता मंदिर में प्रवेश करने की कोशिश की और परिसर के पास पथराव किया। मार्च की अगुवाई करने वाले हरीश सिंगला की कार पर पथराव भी किया गया था। मामले की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने शुक्रवार शाम 7 बजे से शनिवार सुबह 6 बजे तक के लिए कर्फ्यू लगा दिया था।
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घटना के खिलाफ शिवसेना हिंदुस्तान नाम के एक हिंदू संगठन ने 30 अप्रैल यानी आज पटियाला बंद का आह्वान किया है। शिवसेना हिंदुस्तान के राष्ट्रीय अध्यक्ष पवन गुप्ता ने कहा है कि खालिस्तान के खिलाफ मार्च में काली देवी के मंदिर का कुछ भी लेना-देना नहीं था। खालिस्तान समर्थकों ने मंदिर पर हमला करके मंदिर की बेअदबी की है। उन्होंने खालिस्तान समर्थकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए बंद का ऐलान किया है।
क्या है पूरा मामला ( Patiala violence)
एक दिन पहले ही शिवसेना (बालासाहब) के कार्यकारी अध्यक्ष हरीश सिंगला ने खालिस्तान मुर्दाबाद मार्च का ऐलान करते हुए किया था। उन्होंने कहा था कि शिवसेना, पंजाब को खालिस्तान नहीं बनने देगी। सिंगला के ऐलान के मुताबिक शुक्रवार को बड़ी तादाद में लोग तय जगह पर जमा हुए और खालिस्तान मुर्दाबाद मार्च निकला।
इस मार्च में जो लोग शामिल थे, वे खालिस्तान विरोधी नारे लगाते हुए चल रहे थे। खालिस्तान विरोधी नारे लगाते चल रहे लोगों के विरोध में खालिस्तान समर्थक संगठनों के लोग भी आ गए। खालिस्तान के समर्थन में नारे लगाने लगे। दोनों गुट आमने-सामने हुए तो तलवारें लहराई जाने लगीं। पुलिस ने बैरिकेड कर रोकने की कोशिश की लेकिन वो नाकाफी साबित होने लगा। पुलिस को अंत में बल प्रयोग करना पड़ा।