नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस के सामुदायिक स्तर पर पहुंच जाने की खबरों का इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने खंडन किया है। इस मामले में आईएमए की तरफ से जारी बयान बताया गया है कि उसने ऐसा कोई स्टेटमेंट नहीं दिया।
संस्था ने ये भी कहा कि इस बारे में अधिकृत डेटा जारी करना सरकारी एजेंसियों का काम है, उसका नहीं। आईएमए के मुताबिक क्राउड सोर्सिंग डेटा एक छोटी चीज है, उसे सरकार के अधिकृत डेटा पर प्राथमिकता नहीं दी जा सकती है।
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आईएमए के अध्यक्ष डॉक्टर राजन शर्मा और महासचिव डॉक्टर आर. वी. अशोकन ने कहा कि संस्था ने कोरोना वायरस के ‘सामुदायिक स्तर’ पर पहुंचने का कोई स्टेटमेंट नहीं दिया है। इस वैश्विक महामारी की सही स्थिति का पता लगाना सरकार का काम है।
यदि कोई व्यक्ति इस संबंध में अनुमान व्यक्त कर रहा है तो इसे उसका निजी विचार ही माना जाना चाहिए। उसकी ओर से इकट्ठे किए हुए क्राउड सोर्सिंग डेटा किसी भी हालत में सरकारी आंकड़ों की जगह नहीं ले सकते। आईएमए ने कहा कि सरकारी डेटा से साफ पता लग रहा है कि फिलहाल बड़े शहर ही कोरोना के क्लस्टर बने हुए हैं और देहात के इलाके कोरोना से अछूते हैं।
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जानकारी के लिए आपको बता दें कि आईएमए हॉस्पिटल बोर्ड के चेयरमैन डॉक्टर वी. के. मोंगा ने दो दिन पहले कहा था कि देश में कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है और रोज 30 हजार से ज्यादा नए मामले सामने आ रहे हैं।