बिगड़ते पर्यावरण और अनियमित खानपान व दिनचर्या के कारण कैंसर का खतरा सबसे ज्यादा बढ़ गया है। कैंसर की मुख्य वजह पर्यावरणीय कारण हैं। अधिकतर कैंसर मरीजों को यह पता ही नहीं होता है कि इस भयावह बीमारी की चपेट में कैसे आ गए।
कैंसर के इलाज के लिए कई तरह की थेरेपी कारगर साबित हुई हैं, इसलिए आज कैंसर को लाइलाज बीमारी नहीं कहा जा सकता है। कैंसर में सामान्यतया कीमो थेरेपी का इस्तेमाल किया जाता है। इसके अलावा इन दिनों कैंसर के इलाज के लिए आधुनिक इम्यूनों थेरेपी का भी इस्तेमाल किया जाता है। जाने इम्यूनों थेरेपी के बारे में-
शरीर के इम्यून सिस्टम का कार्य बाहरी संक्रमण को पहचान कर उसे खत्म करना होता है, लेकिन जिनकी इम्युनिटी कमजोर होती है। उनके शरीर में संक्रमण हावी हो जाता है। इससे शरीर की स्वस्थ कोशिकाएं नष्ट होने लगती हैं।
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कैंसर की बीमारी में भी मरीज का इम्यून सिस्टम कमजोर होता है। कैंसर के मरीजों को इम्युनो थेरेपी द्वारा ठीक किया जा सकता है। इम्युनो थेरेपी से शरीर में इम्यून सिस्टम को मजबूत किया जाता है। कैंसर कोशिकाओं की बाहरी सतह पर एक विशिष्ट प्रोटीन होता है, जिसे एंटीजन कहा जाता है। एंटीजन इम्यून सिस्टम निर्मित करता है। एंटीजन असामान्य कोशिकाओं को चिन्हित कर नष्ट करने लगते हैं।
इम्युनो थेरेपी में कुछ केमिकल का इस्तेमाल किया जाता है, जिन्हें बॉयोलॉजिकल रिस्पांस मॉडीफायर कहा जाता है। वैसे तो यह केमिकल प्राकृतिक रूप से शरीर में मौजूद होते हैं, लेकिन इन्हें बढ़ाने के लिए इम्युनो थेरेपी का इस्तेमाल किया जाता है।
शरीर के इम्यून सेल्स कैंसर कोशिकाओं से लड़ने में मदद करते हैं। इससे मरीज की बीमारी से लड़ने की क्षमता इतनी मजबूत हो जाती है कि वह कैंसर का मुकाबला कर सकता है। ऐसे बहुत से लोग हैं, जिन्हें इम्युनो थेरेपी से काफी फायदा पहुंचा है।
हर व्यक्ति की जरूरत को ध्यान में रखकर इम्यून-बूस्टर थेरेपी दी जाती है। इम्यून सेल्स सीधे कैंसर की कोशिकाओं पर ही हमला करते हैं और शरीर की स्वस्थ कोशिकाओं पर इसका कोई बुरा प्रभाव नहीं पड़ता। इससे कैंसर दोबारा होने की आशंका कम हो जाती है। इम्युनो थेरेपी के कोई साइड इफेक्ट भी नहीं होते हैं। इसका उपयोग अन्य बीमारियों को ठीक करने के लिए भी किया जाता है।
शरीर पर इसके कोई भी नकारात्मक प्रभाव अभी तक नहीं देखे गए हैं. दूसरी ओर कीमोथेरेपी के दौरान मरीज की इम्युनिटी और कमजोर हो जाती है, क्योंकि इस थेरेपी में व्यक्ति की स्वस्थ कोशिकाएं भी नष्ट हो जाती हैं। अक्सर देखने में आता है कि कीमोथेरेपी के बाद मरीज के बाल भी पूरी तरह से गिर जाते हैं, इसलिए इम्युनो थेरेपी आज सबसे बेहतर साबित हो रही हैं।
यदि कैंसर के एडवांस स्टेज में भी इम्युनो थेरेपी का सहारा लिया जाता है, तो कैंसर बहुत ही जल्द ठीक हो जाएगा. कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों से बचने के लिए आम जीवन में स्वस्थ्य खानपान और स्वस्थ्य जीवनशैली अपनाना चाहिए। इससे इम्युनिटी बनी रहती हैं और बीमारियां दूर रहती हैं।