प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना ने कहा कि वर्तमान वित्तीय वर्ष में विभाग की ऐसी परियोजनाओं को प्राथमिकता दी जाये, जिन्हे 01 से 06 माह के अन्दर पूर्ण किया जा सके। ऐसे प्रोजेक्ट को चिन्हित कर नियमित रूप से इनकी मॉनीटरिंग की जाये तथा योजनाओं के मद में भेजी गई धनराशि का व्यय भी समय से किया जाये।
उन्होंने कहा कि कोविड-19 के कारण योजनाओं की कार्य प्रगति धीमी रही, लेकिन अब कार्यों में तेजी लाकर परियोजनाओं को गुणवत्ता के साथ समय से पूर्ण किया जाये। उन्होंने निर्देशित किया कि फर्जी कागजात बनाकर जिसने भी भूखण्ड आवंटन में धोखाधड़ी की हो, उसके खिलाफ कार्यवाही की जाये तथा कोर्ट में पेन्डिंग पड़े मामलों की गम्भीरता के साथ पैरवी कर शीघ्र इनका निस्तारण भी कराया जाये।
औद्योगिक विकास मंत्री आज विभूति खण्ड, गोमती नगर स्थित पिकप भवन में विभागीय योजनाओं एवं परियोजनाओं की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में निर्मित हो रहे पुल, सड़क, इन्फ्रास्ट्रक्चर के निर्माण कार्यों में आ रही समस्याओं को शीघ्र समाधान किया जाये। सरकार द्वारा प्रदेश में किये जा रहे विकास का लाभ जनता को समय से मिले इसकी भी चिन्ता की जाये। उन्होंने ग्रुप हाउसिंग, संस्थागत, वाणिज्यिक एवं आवासीय भवनों व भूखण्डों तथा स्पोर्ट सिटी आदि के कार्यों में आ रही समस्याओं का शीघ्र समाधान करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण के अंतर्गत 800.90 करोड़ रुपये की लागत से पेयजल की आपूर्ति हेतु गंगाजल परियोजना तथा 1729.38 करोड़ रुपये की लागत से इन्टीग्रेटेड इन्डस्ट्रीयल टाउनशिप परियोजना शीघ्र ही लोगों को समर्पित कर दी जाएगी। साथ ही प्रदेश में इकोटेक-8, 10, मल्टी मॉडल लाजिस्टिक हब, डाटा सेन्टर पार्क, मेडिकल डिवाइस पार्क, फार्मा पार्क, टॉय पार्क एवं फिल्म सिटी आदि परियोजनाओं का निर्माण किया जाना है।
अगर आप दर्शन पूजन के लिए जा रहे है अयोध्या, तो पहले कराए RT-PCR जांच
औद्योगिक विकास आयुक्त संजीव मित्तल ने बताया कि पूरे प्रदेश में 04 स्पोर्ट सिटी का निर्माण किया जाना है। विगत 04 वर्षों में विभिन्न प्रोजेक्ट के माध्यम से 3324.22 एकड़ भूमि का अधिग्रहण किया जा चुका है। यूपीनेडा के सीईओ, श्री अवनीश कुमार अवस्थी ने एक्सप्रेस-वे की प्रगति कार्यों के बारे में बताया कि पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे प्रोजेक्ट अक्टूबर, 2018 में शुरू किया गया था, जिसको 15 सितम्बर, 2021 तक में पूर्ण कर लिया जायेगा। इसी प्रकार बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे का 69 से 70 प्रतिशत कार्य पूर्ण कर लिया गया है और यह दिसम्बर, 2021 तक चालू कर दिया जायेगा। इसी प्रकार गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे को मार्च 2022 तक में पूर्ण कर लिया जायेगा। उन्होंने बताया कि गंगा एक्सप्रेस-वे के लिए 91 प्रतिशत से अधिक भूमि का अधिग्रहण कर लिया गया है। बरसात में भारी वर्षा के दौरान कार्यों में थोड़ी परेशानी होती है, फिर भी सभी परियोजनाएं पूर्ण गुणवत्ता एवं समयबद्धता के साथ पूर्ण की जाएंगी।
बैठक में अपर मुख्य सचिव औद्योगिक विकास अरविन्द कुमार के साथ नोएडा, ग्रेटर नोएडा/यमुना आदि विकास प्राधिकरणों के मुख्य कार्यपालक अधिकारी तथा विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।