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राष्ट्रपति शासन लगाए, वरना सड़कों पर लाशें बिछ जाएंगी : शोएब इकबाल

Shoaib Iqbal

Shoaib Iqbal

राजधानी दिल्ली में कोरोना के कहर के चलते हालात हर दिन के साथ बदतर होते जा रहे हैं। अब सत्ताधारी दल आम आदमी पार्टी में ही इस संकट के बीच अंसतोष की आवाजें सुनाई देने लगी हैं। आम आदमी पार्टी के विधायक शोएब इकबाल ने मांग की है कि राजधानी में राष्ट्रपति शासन लगना चाहिए।

दिल्ली के मटियामहल से विधायक शोएब इकबाल ने ये मांग कोरोना के कारण दिल्ली में पैदा हुई मौजूदा परिस्थितियों को लेकर की है। इतना ही नहीं, उन्होंने हाईकोर्ट से भी अपील की है कि दिल्ली में फैल रही अव्यवस्था को देखते हुए अब यहां राष्ट्रपति शासन लग जाना चाहिए।

विधायक की शिकायत है कि दिल्ली में मरीजों को ना दवाई मिल रही है और ना ही अस्पताल-ऑक्सीजन, ऐसे में लोगों की कोई सुनवाई नहीं हो रही है।

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AAP विधायक शोएब इकबाल ने कहा कि मुझे दुख हो रहा है कि हम किसी की मदद नहीं कर पा रहे हैं, मैं 6 बार से विधायक हूं लेकिन कोई भी सुनने वाला नहीं है। मैं तो यही चाहूंगा कि दिल्ली हाईकोर्ट तुरंत यहां राष्ट्रपति शासन लगाए, वरना सड़कों पर लाशें बिछ जाएंगी।

शोएब इकबाल ने कहा कि हमें केंद्र से सहयोग नहीं मिल रहा है, अगर केंद्र के हाथ में सबकुछ आएगा तो काम हो पाएगा। तीन महीने के लिए दिल्ली में राष्ट्रपति शासन लगना चाहिए।

आपको बता दें कि कोरोना के कारण दिल्ली में इस वक्त बुरा हाल है। ऑक्सीजन की किल्लत को लेकर पहले ही केंद्र सरकार और राज्य सरकार के बीच तकरार चल रही है, लेकिन अब इस महांसकट को लेकर राज्य सरकार के अपने ही सदस्य ने सवाल खड़े कर दिए हैं।

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कोरोना की इस लहर ने दिल्ली के हेल्थ सिस्टम की पोल खोलकर रख दी है. राजधानी में तमाम संघर्ष करने के बाद ना तो अस्पताल में बेड मिल रहा है और ना ही ऑक्सीजन की व्यवस्था हो पा रही है. दिल्ली सरकार की वेबसाइट पर बेड खाली होने का दावा है, लेकिन जमीन पर किसी मरीज को बेड पाने के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है.

हालात ये हैं कि अबतक दिल्ली के कई अस्पताल सुचारू रूप से ऑक्सीजन की सप्लाई को लेकर हाईकोर्ट का रुख कर चुके हैं. ऐसे में दिल्ली में लगातार बिगड़ती स्थिति के बीच जनता भी त्राहिमाम कर रही है.

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