लखनऊ। प्रदेश भर के छात्र प्रतिनिधि अतिशीघ्र राजधानी में प्रान्तव्यापी छात्र पंचायत आयोजित करने जा रहे है। अभी तक प्रदेश के कई विश्वविद्यालयों में छात्र पंचायत के सफल आयोजन से उत्साहित छात्र प्रतिनिधि छात्र पंचायत के जरिये शैक्षिक वातावरण सुधार और राजनीति भागीदारी की कवायद के लिए मेरठ के चौधरी चरण सिंह विवि कैम्पस के उपरान्त ग्रेटर नोएडा में छात्र पंचायत करने जा रहे हैं।
इसके उपरान्त अप्रैल माह में राजधानी में होने वाली छात्र पंचायत में एक हजार से अधिक छात्र प्रतिनिधि विश्व विद्यालयों की दुर्दशा, कुव्यवस्था, प्रबंधन और शैक्षाणिक वातावरण में सुधार के साथ छात्रों की राजनीति में संख्याबल के हिसाब से हिस्सेदारी और स्वस्थ्य राजनैतिक परिवेश पर परिचर्चा करेगें। यह बाॅत छात्र प्रतिनिधि सभा के प्रदेश प्रभारी रामसरिक राजभर ने दी।
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रामसरिक ने बताया कि गत दिवस चौधरी चरण सिंह विवि कैंपस में आयोजित छात्र पंचायत में छात्र प्रतिनिधियों ने छात्र राजनीति में एक बार फिर जान फूंकने का ऐलान किया गया । इस पंचायत में प्रोफेसर द्वारा छात्रा का शोषण करने और सर छोटूराम कॉलेज में बनी अस्थाई जेल का मुद्दा भी छाया रहा। पंचायत में इस बात पर चिन्ता जताई गई कि छात्र 85 हजार रुपये देकर बीटेक पढ़ने आ रहा है और यहां कॉलेज में जेल बनी हुई है।
यदि विवि को कॉलेज में जेल ही चलानी है तो फिर सबकी फीस वापस कर दी जाए। छात्र प्रतिनिधियों ने कहा कि सरकार छात्रसंघ चुनाव न कराकर साजिश के तहत छात्र राजनीति को खत्म कर रही है। छात्र प्रतिनिधियों का छात्र राजनीति को पुनर्जीवित करने पर जोर दिखा। पीएचडी स्कॉलर की समस्याआ,शिक्षक द्वारा छात्रा के शोषण का मामला, एससी-एसटी के छात्रों को नि:शुल्क प्रवेश नहीं दिए जाने जैसे मुद्दों पर विस्तार से चर्चा हुई। उन्होंने बताया कि छात्र पंचायत के अगले सफर में ग्रेटर नोएडा और इसके उपरान्त राजधानी लखनऊ में छात्र पंचायत की जानी है।