सिद्धार्थनगर। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (cm yogi) ने आज जनपद सिद्धार्थनगर में ‘विशेष संचारी रोग नियंत्रण एवं दस्तक अभियान’ के शुभारम्भ अवसर पर कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में प्रदेश में अन्तर्विभागीय समन्वय, स्वच्छ भारत मिशन, शुद्ध पेयजल की आपूर्ति के साथ-साथ आशा वर्कर, आंगनवाड़ी, हेल्थवर्कर, विश्व स्वास्थ्य संगठन, यूनिसेफ एवं पाथ के सहयोग से अभियान चलाकर संचारी रोग को पूरी तरह से समाप्त करने में सफलता प्राप्त की है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेशव्यापी विशेष संचारी रोग नियंत्रण एवं दस्तक अभियान का शुभारम्भ करने के लिए आकांक्षात्मक जनपद सिद्धार्थनगर का चयन किया गया है, क्योंकि यहां पर स्वास्थ्य, शिक्षा, रोजगार, कृषि, पर्यावरण आदि क्षेत्रों पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। उन्हांेने कहा कि प्रदेश के विकास के लिए पिछले पांच वर्ष में किये गये प्रयासों के अच्छे परिणाम आये हैं। इन प्रयासों को और द्रुत गति से आगे बढ़ाने की आवश्यकता है। प्रधानमंत्री के नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में प्रदेश में फाइलेरिया तथा टी0बी0 को पूरी तरह से समाप्त करने का संकल्प लिया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार वर्ष में 03 बार इस प्रकार के स्वास्थ्य सम्बन्धी जनजागरूकता अभियान संचालित करती है, जिसमें स्वास्थ्य विभाग नोडल विभाग होता है और ग्राम्य विकास एवं पंचायतीराज विभाग, नगर विकास विभाग, महिला और बाल विकास विभाग, माध्यमिक एवं बेसिक शिक्षा विभाग, समाज कल्याण विभाग, दिव्यांगजन विभाग सहयोगी की भूमिका का निर्वहन करते हैं। इस प्रकार अन्तर्विभागीय समन्वय द्वारा संचारी रोग नियंत्रण एवं दस्तक अभियान को सफलतापूर्वक संचालित किया जा रहा है।
योगी सरकार ने 5 साल में 20,642 करोड़ की सरकारी खरीद का बनाया रिकॉर्ड
मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्वी उत्तर प्रदेश के लिए दिमागी बुखार अभिशाप बन गया था। वर्ष 1977 से वर्ष 2017 तक पूर्वी उत्तर प्रदेश में इंसेफेलाइटिस से प्रतिवर्ष हजारों बच्चे कालकल्वित हो जाते थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार को विगत 05 वर्षाें में अन्तर्विभागीय समन्वय, विशेष संचारी रोग नियंत्रण एवं दस्तक अभियान तथा विभिन्न जनजागरूकता अभियान द्वारा दिमागी बुखार के नियंत्रण में अभूतपूर्व सफलता प्राप्त हुई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि संचारी रोग नियंत्रण एवं दस्तक अभियान को स्वच्छता के अभियान के साथ जोड़कर सम्पादित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के प्रत्येक बच्चे एवं प्रत्येक नागरिक स्वस्थ हों। क्योंकि जब व्यक्ति स्वस्थ होता है तो इससे पूरा परिवार स्वस्थ होता है, परिवार स्वस्थ है तो समाज स्वस्थ होता है, समाज स्वस्थ होता है तो प्रदेश स्वस्थ होता है और उत्तर प्रदेश जैसा राज्य अपने लिए स्वास्थ्य का निश्चित मानक तय कर देता है तो यह देश के स्वास्थ्य इण्डिकेटर को और नई ऊंचाइयां प्रदान करता है। इस प्रकार देश के विकास में सभी का सामूहिक योगदान आवश्यक है। उन्होंने कहा कि जागरूकता अभियान के साथ ही प्रदेश में जापानी इन्सेफेलाइटिस की वैक्सीन लगनी भी प्रारम्भ होंगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में ‘प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना’ के अन्तर्गत विगत 05 वर्षों में 33 नए मेडिकल कॉलेज बनाने का रिकॉर्ड उत्तर प्रदेश के नाम है। उन्होंने कहा कि महात्मा बुद्ध की इस पावन धरा जनपद सिद्धार्थनगर में स्व0 माधव प्रसाद त्रिपाठी की स्मृति में बन रहे मेडिकल कॉलेज का निर्माण कार्य पूर्ण हो गया है। यहां पहले सत्र के विद्यार्थियों के एडमिशन प्रारम्भ हो चुके हैं। प्रदेश के 17 नये मेडिकल कॉलेजों में अध्ययन-अध्यापन के कार्य प्रारम्भ हैं। आगामी 01 वर्ष में 17 नये मेडिकल कॉलेजों में भी पठन-पाठन के कार्य प्रारम्भ हो जाएंगे, जिससे प्रदेश में मेडिकल शिक्षा की स्थिति और बेहतर हो जाएगी। साथ ही, जनसामान्य को बेहतरीन स्वास्थ्य विशेषज्ञों की सुविधा प्राप्त होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘एक जनपद एक उत्पाद योजना’ के अन्तर्गत जनपद सिद्धार्थनगर के काला नमक चावल को चयनित किया है। पहले काला नमक चावल की खुशबू सिर्फ जनपद सिद्धार्थनगर तक सीमित थी। आज एक जनपद एक उत्पाद योजना के सफल क्रियान्वयन से इस चावल की खुशबू देश में ही नहीं, बल्कि पूरे विश्व में फैल रही है। काला नमक चावल के अनवरत अनुसंधान एवं विकास की प्रक्रिया में निरन्तरता बनाए रखनी होगी।
मुख्यमंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि आज से प्रारम्भ हुए संचारी रोग नियंत्रण एवं दस्तक अभियान से जुड़कर सभी लोग समन्वित रूप से कार्य करें। स्वच्छ भारत मिशन के अन्तर्गत प्रत्येक जरूरतमंद के घर में शौचालय बनाए जा रहे हैं। अब तक प्रदेश में 02 करोड़ 61 लाख लोगों के घरों में शौचालयों का निर्माण कराया गया है। ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में 43.5 लाख गरीबों को आवास उपलब्ध कराए गये हैं। डबल इंजन की सरकार द्वारा सभी जरूरतमंदों को डबल राशन दिया जा रहा है। कोरोना महामारी के दौरान प्रदेश के 15 करोड़ लोगों को निःशुल्क राशन उपलब्ध कराया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में चलाए जा रहे इस अभियान का उद्देश्य प्रदेश के नागरिकों को स्वस्थ बनाए रखना है। प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं में ते से वृद्धि हो रही है। सभी पात्र लाभार्थी अपना आयुष्मान कार्ड अवश्य बनवा लें, जिससे उन्हें स्वास्थ्य लाभ मिल सके। सभी योजनाओं का लाभ बिना भेदभाव के प्रत्येक जरूरतमंद को प्राप्त हो रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में शुद्ध पेयजल के लिए ‘हर घर नल योजना’ क्रियान्वित की जा रही है, जिससे जलजनित बीमारियों में कमी आएगी। शुद्ध पेयजल उत्तम स्वास्थ्य का आधार है। सभी लोग अपने घर तथा आस-पास के क्षेत्र को स्वच्छ रखें, क्योंकि गन्दगी से अनेक बीमारियां फैलती हैं। हमें अपने आस-पास के वातावरण को स्वच्छ रखना चाहिए। स्वच्छता को हमें अपने वन का हिस्सा बनाना होगा। शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में सैनिटाइजेशन, मेलाथियन एवं एण्टी लार्वा के छिड़काव तथा फॉगिंग आदि स्वच्छता सम्बन्धी गतिविधियों को ते से आगे बढ़ाना होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विगत 02 वर्षों में सम्पूर्ण विश्व ने कोरोना जैसी महामारी का सामना किया है। देश में प्रधानमंत्री के नेतृत्व में कोरोना प्रबन्धन का जो मॉडल लागू हुआ, सम्पूर्ण विश्व में उसकी सराहना की गयी है। प्रदेश सरकार ने अपने सभी जनप्रतिनिधियों, हेल्थ वर्कर्स एवं निगरानी समितियों की सहायता से कोरोना लक्षणयुक्त व्यक्तियों को घर-घर निःशुल्क मेडिसिन किट का वितरण किया, जिसका परिणाम रहा कि उत्तर प्रदेश का कोरोना प्रबन्धन मॉडल दुनिया के बेहतरीन मॉडल के रूप में माना गया। प्रदेश सरकार ने कोरोना के दौरान मुफ्त जांच, मुफ्त उपचार तथा मुफ्त वैक्सीन की सुविधा लोगों को प्रदान की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में 01 अप्रैल, 2022 से एम0एस0पी0 के तहत गेहूं की खरीद प्रारम्भ हो गयी है। सभी जनपदों मंे गेहूं क्रय केन्द्र संचालित हो गये हैं। गेहूं की फसल तैयार होने पर किसानों को अपनी फसल बेचने के लिए क्रय केन्द्र तैयार मिलेंगे। किसी भी अन्नदाता को फसल विक्रय के सम्बन्ध में कोई परेशानी न हो। विगत 02 वर्षों से कोरोना के कारण स्कूली शिक्षा प्रभावित थी। प्रदेश सरकार का प्रयास है कि कोई भी बच्चा स्कूल जाने से वंचित न होने पाए। इसके लिए राज्य सरकार द्वारा पूरे प्रदेश में 04 अप्रैल, 2022 से ‘स्कूल चलो अभियान’ संचालित किया जायेगा। इस अभियान को सफलतापूर्वक आगे बढ़ाने के लिए उन्होंने सामाजिक संगठन, स्वयंसेवी संगठन, शिक्षा विभाग एवं जनप्रतिनिधियों से आह्वान किया।
इसके साथ ही, मुख्यमंत्री ने सभी जनप्रतिनिधियों, अधिकारीगण तथा पूरे प्रदेश को भारतीय विक्रम संवत तथा बासन्तिक नवरात्रि की शुभकामनाएं दीं।
इससे पूर्व, मुख्यमंत्री ने संचारी रोग नियंत्रण एवं दस्तक अभियान के प्रचार वाहनों को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया गया। उन्होंने विभिन्न विभागों द्वारा लगाये गये स्टॉल/प्रदर्शनी का अवलोकन किया। साथ ही, मुख्यमंत्री ने बच्चों का अन्नप्राशन किया तथा कुछ महिलाओं की गोद भराई की और विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को स्वीकृति प्रमाण-पत्र वितरित किये।
इस अवसर पर जनप्रतिनिधिगण, शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी सहित अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।