उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा ‘एक जनपद एक मेडिकल कालेज’योजना के तहत सिद्धार्थनगर सहित नौ जिलों में नये मेडिकल कॉलेजों की शुरुआत को राज्य में चिकित्सा सेवाओं को उत्कृष्ट बनाने की क्रांति का आगाज बताते हुए कहा कि इस पहल के बाद राज्य में चिकित्सा सेवाओं के अभाव में भावी पीढ़ियों को दम नहीं तोड़ना पड़ेगा।
श्री योगी ने सोमवार को इस अवसर पर आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुये कहा कि आज का दिन बहुत महत्वपूर्ण है। जब दुनिया कोरोना से त्रस्त है और विश्व की बड़ी ताकतें असहाय दिख रही हैं। ऐसे में प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी नेतृत्व क्षमता का परिचय देकर दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र को स्वदेशी वैक्सीन देकर सौ करोड़ लोगों को कोरोना से सुरक्षा प्रदान करने का कीर्तिमान स्थापित किया है। यह देश के लिये गर्व की बात है।
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री मोदी ने सिद्धार्थनगर में रिमोट कंट्रोल द्वारा उत्तर प्रदेश के नौ जिलों में एक एक मेडिकल कालेज का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया सहित अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद थे।
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मुख्यमंत्री ने कहा कि आजादी के बाद पहली बार स्वास्थ्य सुरक्षा को प्रभावी ढंग से लागू करने की दूरगामी नीति बनाई गयी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में नौ मेडिकल कॉलेजों की स्थापना इसी प्रयास का एक हिस्सा है। योगी ने कहा कि यह पहल उन लोगों के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी जिन्हें बीते सात दशकों में स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव में दम तोड़ना पड़ा था। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि अब लोगों को भरोसा होगा कि भावी पीढ़ियों को कभी स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव में दम नहीं तोड़ना पड़ेगा। उन्होंने कहा, “मैं प्रधानमंत्री का इस पहल के लिये हृदय से स्वागत करता हूं।”
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में आजादी के समय तीन या चार मेडिकल कालेज थे। राज्य में 2016 तक महज 12 सरकारी मेडिकल कॉलेज बन पाये थे। मगर अब प्रधानमंत्री के सौजन्य से राज्य में 30 मेडिकल खुल रहे हैं। नौ मेडिकल कालेज इसी योजना का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि ‘एक जनपद एक मेडिकल कालेज’ का संकल्प इस योजना को आगे बढ़ायेगी।