प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज अविवर (28 फरवरी) को 74वें संस्करण व साल के दूसरे ‘मन की बात’ के जरिये देशवासियों को संबोधित किया। मन की बात कार्यक्रम को रेडियो के अलावा पीएम मोदी के ट्विटर हैंडल, फेसबुक पेज और मोदी एप के जरिये भी सुना जा सकता है।
पीएम मोदी ने मन की बात में कहा कभी-कभी बहुत छोटा और साधारण सा सवाल भी मन को झकझोर जाता है। ये सवाल लंबे नहीं होते हैं, बहुत सामान्य होते हैं, फिर भी वे हमें सोचने पर मजबूर कर देते हैं। पीएम ने कहा कि कुछ ही दिन पहले हैदराबाद की अपर्णा जी मुझसे एक ऐसा ही सवाल पूछा, उन्होंने पूछा कि आप इतने साल पीएम रहे, सीएम रहे, क्या आपको लगता हैं कि कुछ कमी रह गई है।
पीएम मोदी ने कहा कि ये सवाल जितना सहज था उतना ही मुश्किल भी, मैंने इस पर विचार किया और खुद से कहा कि मेरी एक कमी ये रही कि मैं दुनिया की सबसे प्राचीन भाषा तमिल सीखने के लिए बहुत प्रयास नहीं कर पाया, मैं तमिल नहीं सीख पाया। यह एक ऐसी सुंदर भाषा है, जो दुनिया भर में लोकप्रिय है। बहुत से लोगों ने मुझे तमिल साहित्य की क्वालिटी और इसमें लिखी गई कविताओं की गहराई के बारे में बहुत कुछ बताया है।
माघे निमग्ना: सलिले सुशीते, विमुक्तपापा: त्रिदिवम् प्रयान्ति : मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने बोर्ड परीक्षा की तैयारी कर रहीं छात्राओं और छात्रों को संदेश देते हुए कहा कि आप सब को याद है ना Warrior बनना है worrier नहीं, हंसते हुए परीक्षा देने जाना है और मुस्कुराते हुए लौटना है। किसी और से नहीं, अपने आप से ही स्पर्धा करनी है।
इसके अलावा प्रधानमंत्री मोदी ने कोरोना काल में लोगों से सावधानी बरतने को कहा। पीएम मोदी ने कहा कि किसी तरह की लापरवाही कतई न बरतें।