बदायूं के बिल्सी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से लापरवाही का बड़ा मामला सामने आया है। यहां प्रभारी गौरव वर्मा द्वारा करवाये जा रहे वैक्सीनेशन में चपरासी की ड्यूटी लगा दी गई। यहां चपरासी द्वारा वैक्सीनेशन करने का वीडियो वायरल हो रहा है। ग्रामीणों को जब इस बात की जानकारी मिली कि चपरासी वैक्सीनेशन कर रहा है तो जमकर विरोध शुरू हो गया। विरोध बढ़ते ही चपरासी मौका पाकर गांव से भाग निकला।
बिल्सी स्वास्थ्य केंद्र के अंतर्गत एक गांव में लगे वैक्सीनेशन कैम्प में पहुंची चिकित्सीय टीम में एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी चपरासी ने ही गांव के दर्जनों लोगों को वैक्सीन की डोज लगा दी। अनट्रेंड व्यक्ति द्वारा कोरोना वैक्सीन लगाने की सुगबुगाहट जब हुई, तब ग्रामीणों ने पूछताछ की। तभी चपरासी जतिन कैम्प से भाग गया। जिला प्रशासन विशेषकर स्वास्थ्य विभाग की जीवन से खिलवाड़ रूपी इस लापरवाही से ग्रामीणों में रोष व्याप्त है।
ग्रामीण अमरीश, रविन्द्र पाल, सतीश का कहना है कि जब उन्होंने चपरासी जतिन से पूछा तो उसने कहा कि मुझे डॉक्टर साहब ने वैक्सीनेशन के लिए भेजा है इसीलिए मैं वैक्सीनेशन कर रहा हूं।
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दरअसल बिल्सी सीएचसी क्षेत्र के अम्बियापुर ब्लॉक के ग्राम नगला डल्लू (पिंडौल) के प्राइमरी स्कूल में कैम्प लगा था। इसमें विभाग की ओर से जतिन कुमार, सरोज, सुनीता संगिनी और निर्मला एवं अनीता के अलावा एक अध्यापक नितिन कुमार को नियुक्त किया गया था। बता दें कि इस स्कूल में वैक्सीनेशन कैंप में बिल्सी सीएससी प्रभारी द्वारा फोर्थ क्लास चपरासी जतिन की ड्यूटी भी वैक्सीनेशन में लगा दी।
ग्रामीणों का कहना था कि ऐसे अधिकारी उनके खिलाफ और जो वैक्सीनेशन कर रहा है, उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई होनी चाहिए। अगर कुछ ग्रामीणों को हानि हो जाती या कोई परेशानी हो जाती तो उसकी जिम्मेदारी आखिर किसकी होती? इस सम्बन्ध में बिल्सी स्वास्थ्य केन्द्र प्रभारी ने कैमरे पर बात करने से मना कर दिया।
सीएमओ ने कहा कि मेरे द्वारा ऐसा कोई भी वीडियो और फोटो नहीं देखा। अगर चपरासी द्वारा ऐसा किया जा रहा है तो वह गलत कर रहा है। इस प्रकरण में जांच के बाद कार्यवाही की जाएगी।