ज्योतिष शास्त्र (Astrology) में जीवन को सुखी और सुगम बनाने के लिए बहुत सारे उपायों के बारे में बताया गया है. इन उपायों में से कुछ उपाय होते हैं, जो बहुत खर्चीले और सामान्य लोगों की पहुंच में नहीं होते. इनमें से कुछ उपाय ऐसे भी हैं, जो बहुत सुगम और सरल हैं. इन्ही में से है पैरों में काला धागा (Kala Dhaga) बांधना.
आपने बहुत से लोगों को खासतौर से महिलाओं को अपने पैरों में काला धागा (Kala Dhaga) बांधते हुए देखा होगा. आज के बदलते हुए दौर में पैरों में काला धागा बांधना फैशन का रूप ले चुका है. बहुत सी महिलाएं बिना जाने अपने पैरों में काला धागा बांध लेती हैं, जिससे उनके जीवन में परेशानियां उत्पन्न होना शुरू हो जाती हैं. हम भोपाल निवासी ज्योतिषी एवं वास्तु सलाहाकर पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा से जानेंगे काला धागा किस पैर में और कब बांधना चाहिए?
कब बांधना चाहिए पैर में काला धागा (Kala Dhaga)?
-ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, काला धागा शनि देव का प्रतिनिधित्व करता है. व्यक्ति को लगी बुरी नजर और नकारात्मक शक्तियों के प्रभाव से मुक्ति के लिए पैरों में काला धागा बांधा जा सकता है.
-काला धागा सिर्फ पैरों में ही नहीं इसे हाथ की कलाई और बाजुओं में भी बांध सकते हैं.
किस दिन बांधे काला धागा (Kala Dhaga)
-इसे धारण करने के लिए शनिवार का दिन सबसे उत्तम माना गया है. शनिवार के दिन किसी भी शनि मंदिर में जाकर शनि देव को अपनी परेशानियां बताकर इसे धारण किया जा सकता है.
किस पैर में महिलाओं को धारण करना चाहिए काला धागा ?
-ज्योतिष के अनुसार, महिलाओं और कन्याओं को यदि काला धागा धारण करना है तो वे इसे अपने बाएं पैर में शनिवार के दिन धारण कर सकतीं है.
पैरों में काला धागा (Kala Dhaga) बांधने से लाभ
-यदि आपको लगातार व्यापार या नौकरी में आर्थिक परेशानियां आ रही हैं तो आप काला धागा पैरों में पहन सकती हैं.
-यदि किसी व्यक्ति या महिला को शादी में बाधाएं उत्पन्न हो रही है या विवाहित जीवन में वह परेशानियों का लगातार सामना कर रही हैं तो ऐसे में शनिवार के दिन आप काला धागा धारण कर सकती हैं.
-लगातार कड़ी मेहनत के बाद भी तरक्की नहीं हो रही है या तरक्की में बाधाएं उत्पन्न हो रही हैं तो आप अपने पैरों में काला धागा पहन सकते हैं.
-यदि आपकी कुंडली में शनि, राहु-केतु की स्तिथि ख़राब है या कमजोर है तो आपको अपने पैरों में काला धागा पहनना चाहिए.