पूजा-पाठ में कई पवित्र चीजों का उपयोग किया जाता है। हिंदू धर्म में किसी भी तरह का कोई भी धार्मिक अनुष्ठान करते समय कुछ पूजा सामग्रियों को अवश्य ही शामिल किया जाता है। बिना इनके प्रयोग के किसी भी तरह की पूजा संपन्न नहीं होती है। पूजा में पान (Paan) का प्रयोग बहुत ही शुभ माना जाता है और बिना इसके कोई भी पूजा पूरी नहीं होती है। पूजा के अलावा पान के पत्तों के कुछ उपाय बहुत ही कारगर माने गए हैं। आइए जानते हैं कुछ उपायों के बारे में…
मान्यता है कि श्रीफल के साथ पान (Paan) को रखना काफी शुभ और फलदायक माना जाता है। ऐसा करने से जीवन में चल रही परेशानियों का अंत जल्दी ही हो जाता है। ऐसे में अगर आप के ऊपर परेशानियों का दौर चल रहा है तो हनुमान जी का नाम स्मरण करते हुए मंगलवार या शनिवार के दिन हनुमान जी मीठा पान चढ़ाएं। मान्यता है कि हनुमानजी को पान चढ़ाने से बाधाएं खत्म होती है और सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है।
व्यापार में तरक्की के लिए पान के कुछ उपाय बहुत ही कारगर माने गए हैं। शनिवार के दिन पांच पीपल के हरे पत्ते और पांच पान के पत्ते को एक धागे में पिरोकर अपने प्रतिष्ठान या दुकान की पूर्व की दिशा में किसी पवित्र स्थान में टांग दें। ऐसा करने से व्यापार में निश्चित तरक्की होती है।
भगवान गणेश को विध्नहर्ता भी कहा गया है। वे सभी तरह की बाधाओं को दूर करने वाले हैं। गणपति की पूजा में पान का प्रयोग सभी प्रकार की सिद्धि प्रदान करने वाला माना गया है। यदि आपको तमाम कोशिशों के बावजूद काम में सफलता नहीं मिल रही है तो आप बुधवार के दिन गणेश जी में मंदिर में जाकर पान के पत्ते के साथ सुपारी और इलायची चढ़ाएं। निश्चित रूप से बाधाएं दूर होंगी और काम पूरा होगा।
कई बार आपकी सुख-समृद्धि को नजर लग जाती है। यदि चाहे-अनचाहे घर में नकारात्मक ऊर्जा आप के ऊपर हावी होने लगे तो पान के इस प्रयोग से उसे दूर कर सकते हैं। घर के मुखिया या फिर नजर लगे व्यक्ति को पान के पत्ते में गुलाब की सात पंखुड़ियों को रखकर खिलाने से नजर दोष जाता रहता है।