दिल्ली में कोरोना मरीजों को अस्पतालों में बेड उपलब्ध होने की सही जानकारी मिल सके, इसके लिए अरविंद केजरीवाल सरकार ने कोविड ऐप की शुरुआत की थी।
इस कोरोना ऐप पर दो हॉस्पिटलों द्वारा बेड की उपलब्धता को लेकर गलत जानकारी दी गई, जिसके बाद दोनों हॉस्पिटल के खिलाफ कार्रवाई करते हुए एफआईआर दर्ज की गई है। दोनों हॉस्पिटल के खिलाफ DDMA एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है।
बता दें पिछले साल दिल्ली सरकार ने ये ऐप लॉन्च किया था। दिल्ली सरकार का ये ऐप Delhi Corona के नाम से है। इसे एंड्रॉयड और आईफोन पर डाउनलोड किया जा सकता है। इस ऐप का इंटरफेस काफी आसान है। ऐप ओपन करते ही COVID 19 बेड्स की डीटेल्स दिखती हैं। जिससे आसानी से पता चल जाता है कि किस हॉस्पिटल में कितने बेड हैं।
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बता दें कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बीते दिन ही राजधानी में बढ़ते कोरोना संक्रमण को लेकर अधिकारियों के साथ बैठक की थी। इस बैठक के दौरान सीएम ने साफ कहा कि दिल्ली सरकार संक्रमण को रोकने के लिए दिन रात मेहनत कर रही है। साथ ही कोरोना उपयोगी दवाइयों की जमाखोरी करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए। इसके अलावा उन्होंने कहा था कि कोरोना ऐप लोगों की सुविधा के लिए है। इससे लोगों को ये जानकारी मिल सकेगी, कि कहां बेड की कितनी उपलब्धता है।
सीएम केजरीवाल ने कहा कि कोरोना के केस तेजी से बढ़ने की वजह से दिल्ली में ऑक्सीजन, रेमडिसिविर और पाॅसिलिजमाॅब की कमी होती जा रही है। अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि रेमडिसिविर और पाॅसिलिजमाॅब की जमाखोरी और ब्लैक मार्केटिंग करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
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क्षमता से अधिक सैंपल उठाने और 24 घंटे में रिपोर्ट नहीं देने वाले लैब्स के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, कोरोना एप पर गलत जानकारी देने और उपलब्ध होने के बावजूद बेड नहीं देने वाले अस्पतालों के खिलाफ भी अब कड़ी कार्रवाई होगी।