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आम आदमी को लगा झटका, फरवरी में थोक महंगाई बढ़कर यहां पहुंची

Inflation

Inflation

महंगाई (Inflation) के मोर्चे पर सोमवार को झटका देने वाली खबर आई है। सरकार द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक, फरवरी 2025 में थोक महंगाई दर (Wholesale Inflation) में इजाफा हुआ है और ये जनवरी के 2.31% से बढ़कर फरवरी महीने में 2.38% हो गई है। इसमें 0.07 फीसदी का इजाफा हुआ है। बता दें कि होली से पहले सरकार ने रिटेल महंगाई (CPI) का डेटा जारी किया था, जो राहत भरा था। देश में खुदरा महंगाई दर फरवरी में 7 महीने के निचले स्तर पर पहुंच गई है।

फ्यूल और पावर का इफेक्ट

वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय द्वारा जारी किए गए आंकड़ों को देखें, तो फरवरी में थोक महंगाई दर में इजाफे के पीछ बड़ा रोल ईंधन और बिजली की कीमतों में वृद्धि को माना गया है। ईंधन और बिजली सूचकांक फरवरी में 2.12 फीसदी बढ़कर 153.8 (अनंतिम) हो गया, जबकि जनवरी में यह 150.6 (अनंतिम) था। बिजली की कीमतों में 4.28 फीसदी की बढ़ोतरी देखने को मिली है।

मैन्यूफैक्चरिंग प्रोडक्ट्स के सूचकांक में 0.42 फीसदी की वृद्धि हुई, जिसमें मेटल से लेकर केमिकल प्रोडक्ट्स तक शामिल हैं। हालांकि, फरवरी में WPI खाद्य सूचकांक (जिसमें खाद्य पदार्थ और विनिर्मित फूड प्रोडक्ट्स शामिल हैं) जनवरी में 7.47% की तुलना में कम होकर 5.94% पर आ गई है। बता दें कि दिसंबर में ये आंकड़ा 8.89 फीसदी था।

खुदरा महंगाई पर मिली थी राहत

होली से पहले सरकार की ओर से खुदरा महंगाई दर के आंकड़े जारी किए गए थे। Retail Inflation या CPI के आंकड़े राहत भरे रहे थे। दरअसल, भारत की खुदरा महंगाई दर फरवरी 2025 के दौरान घटकर 7 महीने के निचले स्‍तर पर पहुंच गई थी। यह आरबीआई के दायरे से काफी कम है। फरवरी 2025 में खुदरा महंगाई दर 3.61% रही है, जो एक बड़ी गिरावट है। जबकि जनवरी के दौरान खुदरा महंगाई दर 4.26% रही थी।

CPI में गिरावट की ये वजह

बता दें कि रिटेल महंगाई दर के आंकड़े जारी करने के साथ ही सरकार ने बताया था कि खासतौर पर टमाटर, प्‍याज, आलू और हरी सब्जियों के दाम में गिरावट देखी गई, जिस कारण महंगाई दर में गिरावट आई है। वहीं कज्‍युमर प्रोडक्‍ट्स और खाने की चीजों में भी गिरावट देखी गई है। NSO ने कहा था कि फरवरी के दौरान खुदरा महंगाई और खाद्य महंगाई में उल्लेखनीय गिरावट मुख्य रूप से सब्जियों, अंडे, मांस और मछली, दालों और उत्पादों; और दूध और उत्पादों की महंगाई में गिरावट के कारण हुई है।

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