नई दिल्ली| कोरोना ने उपभोक्ताओं की जरूरत और खरीदारी के तरीको को पूरी तरह बदल दिया है। घर से काम करने, घरेलू कर्मियों के नहीं होने, वेतन में कटौती और आमदनी घटने से भी उनकी खरीदारी के तरीके पर असर पड़ा है। उद्योग संगठन सीईएएमए का कहना है कि एक से अधिक टीवी की जरूरत और अन्य घरेलू उत्पादों की आवश्यकता ने उपभोक्ताओं को किफायती उत्पाद खरीदने के लिए मजबूर किया है।
आयकर विभाग ने रिटर्न भरने की आखिरी तारीख 30 नवंबर की निर्धारित
लोग कोरोना वायरस महामारी की वजह से घरेलू कार्यों में मदद करने वाले कर्मियों का विकल्प खोज रहे हैं। उपभोक्ता इलेक्ट्रिकल सामान कंपनी हैवेल्स के ब्रॉन्ड लॉयड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) शशि अरोड़ा ने कहा, ऐसे में वॉशिंग मशीन, माइक्रोवेव, डिशवॉशर, रेफ्रिजरेटर, आदि जैसे उपकरणों की मांग तेज हुई है।
उनका कहना है कि कोरोना संकट में घर से काम करने की वजह से अब एक से अधिक टीवी की जरूरत पड़ रही है और इसकी वजह से लोग महंगे टीवी की बजाय किफायदी टीवी खरीदना पंसद कर रहे हैं। अरोड़ा ने कहा कि हाल के महीनों में टीवी की बिक्री में तेजी आई है।
उन्होंने कहा कि घरेलू कर्मियों के नहीं होने की वजह से डिश वाशर की भी मांग तेजी से बढ़ रही है और अब यह जरूरत बनते जा रहा है। उनका कहना है कि इसे देखते हुए त्योहारी मौके पर कंपनी 20 हजार रुपये की शुरुआती कीमत में डिश वाशर उतारने की तैयारी में है। कंपनी ने हाल ही में 10 हजार से 85 हजार रुपये की कीमत वाले रेफ्रिजरेटर पेश किए हैं।
अमेरिका के न्यायाधीश ने ट्रंप प्रशासन के आदेश को किया स्थगित, टिकटॉक पर हटाया बैन
घरेलू उपकरण और उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग को इस त्योहारी मौसम में बिक्री में 30 प्रतिशत तक वृद्धि की उम्मीद है। पैनासोनिक इंडिया व दक्षिण एशिया के अध्यक्ष एवं सीईओ मनीष शर्मा ने कहा, मेरा मानना है कि आगामी त्योहारी सीजन और निकट भविष्य के लिए रुझान बना रहेगा।