नई दिल्ली। बिहार चुनाव और देश के अलग-अलग हिस्सों में हुए उपचुनाव में कांग्रेस को करारी शिकस्त मिली है। इसके बाद कांग्रेस में अंदरूनी कलह तेज होती जा रही है। पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल के बाद अब झारखंड कांग्रेस के बड़े नेता सुबोधकांत सहाय ने पार्टी पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ट्रांजिशन पीरियड से गुजर रही है। सुबोधकांत सहाय ने कहा कि नट-बोल्ट टाइट करने की जरूरत है। संगठन का मामला ढीला चल रहा है।
खड़गे ने विरोध करने वाले लोगों पर उठाए सवाल
वहीं पूर्व केंद्रीय मंत्री मल्लिकार्जुन खड़गे ने बिहार विधानसभा में कांग्रेस के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद पार्टी नेतृत्व पर सवाल खड़े कर रहे नेताओं पर निशाना साधा है। गुरुवार को आरोप लगाया कि ये लोग भीतर से पार्टी को कमजोर कर रहे हैं। पार्टी नेतृत्व को सहयोग देने की जरूरत पर जोर देते हुए कांग्रेस नेता खडग़े ने यह भी कहा कि हमें एकजुट होकर लडऩा पड़ेगा। मुझे दुख हुआ है कि कुछ नेताओं ने पार्टी और नेतृत्व के खिलाफ बात की है।
पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की जयंती के मौके पर आयोजित एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि एक तरफ भाजपा और आरएसएस हैं। तो वहीं दूसरी तरफ कुछ ऐसे लोग हैं जो भीतर से ही कांग्रेस की जड़ें खोद रहे हैं। खड़गे का यह बयान उस वक्त आया है जब बिहार चुनाव में कांग्रेस के खराब प्रदर्शन के बाद वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने नेतृत्व की आलोचना करते हुए कहा था कि ऐसा लगता है कि कांग्रेस की हार को नियति मान लिया गया है।