नई दिल्ली। पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर लगातार तनाव बनाए रखने वाले चीन (China) को भारत भी कड़ा सबक सिखा रहा है।
मंगलवार को लोकसभा में एक सवाल के जवाब में केंद्र सरकार की ओर से जानकारी दी गई है कि भारत ने 2019-21 के बीच यानि तीन साल के दौरान चीन के कुल 726 नागरिकों (Chinese citizens) को वीजा (Visas) की प्रतिकूल सूची में डाला है। इस सूची में शामिल लोग भारत में प्रवेश नहीं कर सकते हैं। इसके साथ ही यह भी जानकारी दी गई है कि इसी अवधि में 117 चीनी लोगों को भारत से वापस भेजा गया है।
यह जानकारी संसद के मानसून सत्र के दौरान मंगलवार को केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने एक सवाल के लिखित जवाब में दी है। इसमें बताया गया है कि 2019 से 2021 के बीच भारत में रह रहे 81 चीनी नागरिकों की पहचान करके उन्हें देश छोड़ने का नोटिस भी दिया गया था। इन सभी लोगों पर यह कार्रवाई वीजा नियमों के उल्लंघन और गैरकानूनी गतिविधियों के सम्मिलित होने के कारण की गई थी।
धमकी के बावजूद ताइवान पहुंची नैंसी पेलोसी, चीन ने दौरे को बताया ‘बेहद खतरनाक’
नित्यानंद राय ने लोकसभा में कहा, ‘सरकार उन सभी विदेशी नागरिकों का रिकॉर्ड रखती है जो भी भारत में वैध दस्तावेजों के जरिये प्रवेश करते हैं। इनमें चीनी नागरिक भी शामिल होते हैं।
इनमें से कुछ विदेशी नागरिक वीजा की अवधि खत्म होने के बाद भी मेडिकल कारण बताकर या किसी अन्य वजह से भारत में रहना जारी रखते हैं। जांच में जिन मामलों में पाया जाता है कि वे लोग बिना किसी दुर्भावना या अनजाने में रह रहे होते हैं तो उनसे पेनाल्टी लेकर ओवरस्टे को नियमित कर दिया जाता है और अगर जरूर होती है तो वीजा की अवधि बढ़ा दी जाती है।