नई दिल्ली। संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस त्रिमूर्ति ने बुधवार को कहा कि भारत हमेशा से ही फिलीस्तीन का समर्थन करता आ रहा है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि फिलिस्तीन के लोगों को भुलाया नहीं जाना चाहिए। हमने यूएनआरडब्ल्यूए के लिए अधिक स्थिर फंडिंग में योगदान करने के लिए आने वाले दो वर्षों में एक करोड़ डॉलर (करीब 75 करोड़ रुपये) दान देने की प्रतिज्ञा भी की है।
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बता दें कि फिलिस्तीन और इस्राइल दशकों से गाजा पट्टी को लेकर लड़ रहे हैं।छात्रवृत्ति और पेशेवरों को प्रशिक्षण दे रहा भारत
संयुक्त राष्ट्र महासभा के 75वें सत्र में ‘क्वेश्चन ऑफ पेलिस्टिन’ पर बोलते हुए त्रिमूर्ति ने कहा कि वर्षों से भारत ने फिलीस्तीनी लोगों की मानव संसाधन क्षमताओं को मजबूत करने में निवेश किया है। इसके लिए उच्च शिक्षा हासिल कर रहे फिलीस्तीनी छात्रों को छात्रवृत्ति और प्रतिष्ठित भारतीय संस्थानों में फिलीस्तीनी पेशेवरों को प्रशिक्षण दिया जाता रहा है। ऐसे अवसरों से हर साल लगभग 250 फिलिस्तीनियों को लाभ पहुंचता है।
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उन्होंने आगे कहा कि भारत फिलीस्तीनी मुद्दों और लोगों के साथ एकजुटता के समर्थन में लगातार आगे रहा है, जो व्यापक राजनीतिक समर्थन से परे है। फिलीस्तीन में स्कूल, अस्पताल का निर्माण कर रहा भारत
राष्ट्र निर्माण के मुद्दे पर बोलते हुए भारत के स्थायी प्रतिनिधि ने कहा, भारत के प्रयास फिलीस्तीनी राष्ट्र-निर्माण पर भी केंद्रित हैं और फिलीस्तीनी अर्थव्यवस्था के विभिन्न क्षेत्रों को कवर करने वाली भारत-फिलिस्तीन विकास साझेदारी के माध्यम से संस्थानों को मजबूत किया जा रहा है।